उत्तराखंड में 14 फरवरी यानी कि सोमवार को मतदान होना है. राज्य की सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जहां यूपी में दूसरे चरण का मतदान होना है, वहीं उत्तराखंड में सभी सीटों के लिए वोटिंग होगी.

उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होना है. वोटिंग से पहले हिंसा की खबर सामने आई है. उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी पर जानलेवा हमला करने की घटना सामने आई है. इस खबर से इलाके में हड़कंप मच गया है. उम्मीदवार पर हमले की ये घटना रुद्रप्रयाग की है. खबर के मुताबिक उक्रांद के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर शनिवार देर रात जानलेवा हमला किया गया. मोहित पर ये हमला रुद्रप्रयाग में जवाड़ी बाईपास के पास किया गया. इस घटना में उनके हाथ और सिर पर काफी चोट आई है. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
बता दें कि उत्तराखंड में शनिवार को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था. इस दौरान उक्रांद के प्रत्याशी मोहित ने कई जगहों पर रोड शो कर लोगों से वोट अपील की थी. शनिवार रात करीब 11 बजे वह अपने समर्थकों के साथ जवाड़ी बाईपास के पार मौजूद थे, उसी दौरान कुछ अज्ञातों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया. इस घटना में उन्हें काफी चोट आई है. वहीं हमलावरों के बारे में अब तक कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी है. कोतवाली पुलिस अधिकारी जयपाल नेगी के मुताबिक अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
मतदान से पहले जानलेवा हमला
बता दें कि उत्तराखंड में 14 फरवरी यानी कि सोमवार को मतदान होना है. राज्य की सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जहां यूपी में दूसरे चरण का मतदान होना है, वहीं उत्तराखंड में सभी सीटों के लिए वोटिंग होगी. चुनाव प्रचार के आखिरी दन उत्तराखंड क्रांति दल के उम्मीदवार को जान से मारने की कोशिश की गई. हालांकि हमले में वह बाल-बाल बच गए. लेकिन उन्हें काफी चोट आई है. घायल हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चुनाव से पहले राज्य में हिंसा की ये बड़ी घटना है. वहीं पुलिस मोहित पर हमला करने वाले अज्ञात हमलावरों की तलाश में जुट गई है.
14 फरवरी को 70 विधानसभा सीटों पर मतदान
14 फरवरी को राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. 70 सीटों पर कुल 632 उम्मीदवार चुनावी मैदान में भाग्य अजमा रहे हैं. वहीं माना जा रहा है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. वहीं कई सीटों पर आम आदमी पार्टी, बसपा सपा और उत्तराखंड क्रांति दल और निर्दलीय उम्मीदवारों की मौजूदगी चुनावी मुकाबले को दिलचस्प बना सकती है.