फिलहाल इसे एआईएमआईएम के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है और जानकारी के मुताबिक चुनाव लड़ने की तमाम तैयारियों के बावजूद शाइस्ता परवीन ने अपना फॉर्म दाखिल नहीं किया है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार एंट्री कर एआईएमआईएम को प्रयागराज में बड़ा झटका लगा है. क्योंकि अहमदाबाद की जेल में बंद बाहुबली नेता अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने प्रयागराज सिटी दक्षिणी विधानसभा से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है और पार्टी का टिकट ठुकराकर नामांकन दाखिल नहीं किया है. जिसके बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की किरकिरी हो रही है. वहीं बताया जा रहा है कि हार के डर के कारण शाइस्ता ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. क्योंकि शाइस्ता एसपी और पीएसपी के संपर्क में थी और वहां से उन्हें किसी भी तरह की मदद नहीं मिली. जिसके बाद उन्होंने नामांकन दाखिल नहीं किया.
असल में चुनाव लड़ने की तमाम तैयारियों के बावजूद शाइस्ता परवीन ने अपना फॉर्म नहीं भरा और अब इसकी तारीख भी खत्म हो गई है. शाइस्ता परवीन के चुनाव लड़ने से पीछे हटने के बाद एआईएमआईएम के लिए इसे झटका माना जा रहा है. क्योंकि अतीक अहमद का प्रयागराज में खासा प्रभाव है और पार्टी को लग रहा था कि इस सीट पर उसका खाता खुल सकता है. वहीं पार्टी में शाइस्ता की एंट्री भी बड़े जोश शोर से हुई थी और ओवैसी ने अतीक के जेल में होने के लिए राज्य की योगी सरकार को जिम्मेदार बताया था. वहीं ऐसा पहली बार हो रहा है कि अतीक का कोई रिश्तेदार प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ रहा है. जबकि इससे पहले अतीक और उसका भाई यहां से चुनाव लड़ चुका है.
अतीक और उसका परिवार जीतता आया है चुनाव
गौरतलब है कि 1989 में अतीक अहमद ने प्रयागराज सिटी साउथ से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सियासत में किस्मत आजमायी थी और वह चुनाव जीतने में कामयाब रहा. वहीं इसके बाद अतीक ने समाजवादी पार्टी और अपना दल के टिकट पर चुनाव जीता. वहीं फूलपुर से सांसद बनने के बाद अतीक का भाई अशरफ चुनाव जीता.
क्या हैं कारण
चर्चा है कि शाइस्ता ने हार की डर के कारण चुनाव में नामांकन नहीं कराया है. क्योंकि उनके पति अतीक अहमद इस समय जेल में है और बेटा फरार है. जबकि देवर और दूसरा बेटा जेल में बंद है. पिछले साल अतीक के बेटे अली अहमद के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद से वह फरार है. लिहाजा कोई करीबी साथ न होने के कारण शाइस्ता ने चुनाव लड़ने से मना किया है.