साल 2017 के चुनावों में कांग्रेस 40 सदस्यीय सदन में 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन वह गोवा में अपनी सरकार नहीं बना सकी थी.

गोवा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है. इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पार्टी के कद्दावर नेता राहुल गांधी राज्य के दौरे पर हैं. उन्होंने शुक्रवार की शाम संकेलिम में एक वर्चुअल रैली को संबोधित किया. इस दौरान राहुल ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को निशाने पर लिया और साथ ही साथ गोवी के लोगों से कई वादे किए. उन्होंने कहा, ‘हम गोवा के लोगों के लिए ‘न्याय स्कीम’लाएंगे. हम हर महीने 6,000 रुपए गोवा के सबसे गरीब व्यक्ति के बैंक अकाउंट में डालेंगे. 72,000 रुपए साल के आपके बैंक अकाउंट में दिए जाएंगे.’ गोवा में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 10 मार्च को मतगणना की जाएगी.
राहुल गांधी ने कहा, ‘आपने देखा कि कैसे बीजेपी सरकार पर्यटन, कोविड-19 और रोजगार में विफल रही. हम दलबदलुओं को टिकट नहीं दे रहे हैं, इस बार नए लोगों को टिकट दिया है. गोवा में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. लड़ाई सिर्फ कांग्रेस और बीजेपी के बीच है, वोट बर्बाद न करें. हमारा पूरा ध्यान रोजगार पैदा करने पर होगा. हम जानते है कि रोजगार किस प्रकार से पैदा किया जाता है. कांग्रेस पार्टी इसे समझती है. हमने किया भी है. हम एक बार फिर आपको करके दिखा देंगे.’
धोखा देने वालों को टिकट नहीं देने वाले हैंः राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, ‘इस बार कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि जिन्होंने धोखा दिया है हम उनको टिकट नहीं देने वाले हैं. इस बार हमने नए लोगों को टिकट दिया है. पूर्ण बहुमत के साथ गोवा में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने जा रही है.’ दरअसल, अभी हाल ही में एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया था, जिसमें बताया गया था कि गोवा में बीते पांच साल में लगभग 24 विधायकों ने एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी का दामन थामा है, जो 40 सदस्यीय राज्य विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या का 60 प्रतिशत है. यह जानकारी ‘एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की रिपोर्ट में सामने आई थी.
रिपोर्ट में कहा गया कि 24 विधायकों की सूची में विश्वजीत राणे, सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे के नाम शामिल नहीं हैं, जिन्होंने 2017 में कांग्रेस विधायकों के रूप में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. वे सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो गए थे और उसके टिकट पर चुनाव लड़ा था. कांग्रेस के 10 विधायक 2019 में पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. इनमें नेता प्रतिपक्ष चंद्रकांत कावलेकर भी शामिल थे.
बीजेपी में गए हैं कांग्रेस के ये भी विधायक
बीजेपी में जाने वाले कांग्रेस के अन्य विधायकों में जेनिफर मोनसेरेट (तालिगाओ), फ्रांसिस्को सिल्वरिया (सेंट आंद्रे), फिलिप नेरी रोड्रिग्स (वेलिम), विल्फ्रेड नाजरेथ मेनिनो डी’सा (नुवेम), क्लैफसियो डायस (कनकोलिम), एंटोनियो कारानो फर्नांडीस (सेंट क्रूज़), नीलकंठ हलर्नकर (टिविम), इसिडोर फर्नांडीस (कैनकोना), अतानासियो मोनसेरेट शामिल हैं. हाल में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री व पोंडा से कांग्रेस विधायक रवि नाइक सत्तारूढ़ भगवा पार्टी में शामिल हुए. एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता लुइजिन्हो फलेरियो (नावेलिम) ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा.