भारत और न्यूजीलैंड की महिला टीमों के बीच इकलौता टी20 मुकाबला भारतीय समयानुसार सुबह के साढे 5 बजे से शुरू होगा. ये टी20 मुकाबला क्वींसटाउन में खेला जाना है.

9 फरवरी की सुबह. जब भारत नींद की आगोश में होगा या उससे जागने में लगा होगा. तभी उधर न्यूजीलैंड में हिंदुस्तान की 11 छोरियां इतिहास बदलने के लिए मैदान पर होंगी. टी -20का रण होगा. मेजबान न्यूजीलैंड के खिलाफ चुनौती आसान नहीं होगी. क्योंकि क्रिकेट के इस फॉर्मेट में पलड़ा उसका भारी है. ऊपर से बात जब उसकी ही सरजमीं पर जीत की है तो इतिहास और भी खराब है. हरमनप्रीत की अगुवाई वाली भारतीय महिला टीम उसी इतिहास को बदलने उतरेगी. उसे न्यूजीलैंड में अपनी पहली टी -20जीत का बिगुल फूंकना है. इसमें कामयाबी मिली तो फिर समझिए इससे वनडे सीरीज की तैयारियों को नया बल मिलेगा.
टी20 के बहाने वनडे सीरीज की तैयारी पर नजर
भारतीय महिलाओं का मकसद इस इकलौते टी20 को जीत वनडे सीरीज की तैयारियों को बल देना तो है ही साथ ही न्यूजीलैंड में अपना इतिहास बदलना भी है. दरअसल, न्यूजीलैंड के मैदानों पर अब तक खेले 3 टी20 में भारतीय महिला टीम एक भी नहीं जीत सका है. ऐसे में इस चौथी भिड़ंत को वो हर हाल में अपने नाम करना चाहेगी.
दोनों टीमों के बीच पिछले 5 मैचों के नतीजे पर गौर करें तो पलड़ा 3-2 से न्यूजीलैंड की ओर झुका है. लेकिन हरमनप्रीत एंड कंपनी के लिए अच्छी बात ये है कि फरवरी 2020 में खेली टी20 की आखिरी बाजी उनके नाम रही थी.
भारत और न्यूजीलैंड की महिला टीमों के बीच ओवरऑल टी20 का रिकॉर्ड देखें तो अब तक खेले 12 मुकाबलों में 8 न्यूजीलैंड जीती है. जबकि सिर्फ 4 मुकाबलों में ही बाजी भारतीय महिलाओं के हाथ लगी है.
टीम में काबिल खिलाड़ियों की भरमार, बदलेगा इतिहास!
ये आंकड़े वैसे अब इतिहास है. क्रिकेट में हर दिन नया होता है. भारत की महिला टीम भी अपने लिए 9 फरवरी के नए दिन को खास बनाने उतरेंगी. वो ऐसा कर भी सकती हैं क्योंकि टीम में काबिल खिलाड़ियों की भरमार है, जिनका खेल अगर उम्मीदों के मुताबिक रहा तो फिर जीत से सांठगांठ के साथ वनडे सीरीज के लिए भी जोश हाई होता दिखेगा.