वीर सिंह पटेल ने टीवी9 भारतवर्ष से टेलीफोन पर इक़रार किया था. उन्होंने कहा हम समाजवादी के सच्चे सिपाही हैं, सपा के लिए कार्य करेंगे, लेकिन नई जगह पर चुनाव लड़ना नहीं चाहते.

चुनावों को लेकर चित्रकूट से बड़ी खबर सामने आई है. ददुआ के बेटे और पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल ने बड़ा फैसला लिया है. समाजवादी पार्टी के चित्रकूट मानिकपुर विधानसभा सीट से टिकट मिलने के बाद आज वीर सिंह पटेल ने लखनऊ सपा कार्यालय जाकर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. वीर सिंह पटेल ने टीवी9 भारतवर्ष से टेलीफोन पर इक़रार किया था. उन्होंने कहा हम समाजवादी के सच्चे सिपाही हैं, सपा के लिए कार्य करेंगे, लेकिन नई जगह पर चुनाव लड़ना नहीं चाहते. इसलिए उन्होंने कार्यालय जाकर प्रदेश अध्यक्ष से चुनाव लड़ने से किया साफ इनकार कर दिया. आज ही मानिकपुर क्षेत्र में सपाइयों ने वीर सिंह का विरोध भी किया था.
वहीं उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल में राजनीतिक पार्टियां सबसे मजबूत कैंडिडेट पर दाव लगा रही है. उत्तर प्रदेश की सत्ता में कई बार सत्ता के सिंहासन पर समाजवादी पार्टी का राज रहा. लेकिन उन्नाव की मोहान सीट पर समाजवादी पार्टी कभी नहीं काबिज हो पाई. समाजवादी पार्टी का यह सपना अभी तक अधूरा है. उन्नाव में चौथे चरण 23 फरवरी को मतदान होना है. इसको लेकर अब तक कांग्रेस को छोड़ मोहान विधानसभा में किसी पार्टी ने कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा है. वहीं इस सीट पर परिवर्तन कई बार हुआ लेकिन समाजवादी पार्टी का खाता तक नहीं खुला.
समाजवादी पार्टी अबतक नहीं हुई कामयाब
मशहूर शायर और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना हसरत मोहानी के मोहान में मतदाताओं ने अब तक समाजवादी पार्टी को तवज्जो नहीं दी. आजादी के बाद से अब तक हुए 17 विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी का खाता नहीं खुला है. यहां के मतदाताओं ने कांग्रेस, बीजेपी, बसपा, कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा जनता पार्टी के प्रत्याशियों को भी मौका दिया. सबसे पहले सन 1951 में इंडियन नेशनल कांग्रेस ने जीत दर्ज की.
वर्तमान विधायक शहर के अटल बिहारी इंटर कालेज में शिक्षक ब्रजेश रावत 2017 में पहली बार सक्रिय राजनीति में आए. प्रदेश में बीजेपी की लहर में उन्हे मतदाताओं ने उन्हें चुनकर विधानसभा भेजा. वह पहले कभी राजनीति में सक्रिय नहीं रहे. हालांकि संघ और शिक्षक संगठनों से जुड़े रहे. मोहान सीट पर ही बीजेपी के विधायक ब्रजेश रावत का इस बार टिकट कटने की भी चर्चा तेज है. आरोप है कि विधायक ने क्षेत्र में कार्य नहीं कराया, नाराज लोगों ने कई बार सड़क मार्ग तक जाम कर चुके है.