अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाली अपना दल (सोनेलाल) के साथ बीजेपी का सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उसे 11 सीटें दी थी और इस चुनाव में अब तक 15 सीटें दी हैं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान दस फरवरी को होना है और अभी तक राज्य के सियासी दल अंतिम चरणों के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं कर सके. राज्य के पूर्वांचल में अंतिम चरणों में चुनाव होने हैं और बड़े सियासी दल मसलन बीजेपी और समाजवादी पार्टी की मुश्किलें उनके सहयोगी छोटे दलों ने बढ़ा दी हैं. असल में पूर्वांचल में ज्यादा छोटे दल चुनाव लड़ रहे हैं और सभी दल ज्यादा से ज्यादा और मनचाही सीटों पर दावा कर रहे हैं. फिलहाल राज्य में बीजेपी और समाजवादी पार्टी पूर्वांचल में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं.
बीजेपी ने राज्य में अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के साथ गठबंधन किया है. इन दोनों ही दलों का प्रभाव वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और देवीपाटन मंडल में है. अभी तक बीजेपी का इस दलों के साथ सीटों का बंटवारा पूरी तरह से नहीं हो सका है. निषाद पार्टी को बीजेपी ने कुछ सीटें दी हैं और बाकी सीटों पर फैसला होना बाकी है. जबकि समाजवादी पार्टी की स्थिति कमोवेश ऐसी ही है. राज्य में एसपी कई छोटे दलों के साथ गठबंधन में है और वह मिलकर चुनाव लड़ रही है. लेकिन एसपी रालोद को छोड़कर किसी भी सहयोगी दल के साथ पूरी तरह से सीटों के बंटवारा नहीं कर सकी है. एसपी की सहयोगी सुभासपा और अपना दल (कमेरावादी ) का प्रभाव भी पूर्वांचल में है. जबकि अपना दल(कमेरावादी) के साथ एसपी का विवाद सामने आया है. एसपी ने अपना दल (कमेरावादी) को 18 सीटें दी थी. लेकिन उसके बावजूद दोनों ही दलों में विवाद सामने आ गया है.
बीजेपी और अपना दल के बीच फाइनल नहीं हुआ सीटों का बंटवारा
वहीं अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाली अपना दल (सोनेलाल) के साथ बीजेपी का सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उसे 11 सीटें दी थी और इस चुनाव में अब तक 15 सीटें दी हैं. जबकि अभी अपना दल (एस) को तीन से चार सीटें और मिलनी हैं. क्योंकि मौजूदा विधायक वाराणसी जिले के सेवापुरी, सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ और सोनभद्र जिले के दुद्धी से हैं. पिछले चुनाव में अपना दल ने 11 में से 9 सीटें जीती थी.
अपना दल (कमेरावादी) ने लौटाई एसपी को सीटें
फिलहाल एसपी की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं और अपना दल (कमेरावादी) एसपी को सीटें लौटा चुकी है. ये सीटें एसपी ने अपना दल (कमेरावादी) को दी थी. वहीं एसपी द्वारा प्रयागराज पश्चिम सीट से प्रत्याशी उतारे जाने के बाद मामला और बिगड़ गया, जिसे गुरुवार रात को ही सुलझाने का दावा किया जा रहा है. हालांकि अपना दल का कहा है कि उसने सभी सीटें एसपी को लौटा दी हैं और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेंगे.