बिहार के रक्सौल बॉर्डर से पीएमसी बैंक में 4355 करोड़ के घोटाले का मुख्य आरोपी दलजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है. दलजीत सिंह बल नेपाल के रास्ते कनाडा भागने की फिराक में था लेकिन उससे पहले ही इमिग्रेशन विभाग ने हिरासत में ले लिया

पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के 4,355 करोड़ रुपए के स्कैम के मुख्य आरोपियों में से एक बैंक के डायरेक्टर दलजीत सिंह बल को बिहार में रक्सौल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है. दलजीत सिंह नेपाल के रास्ते कनाडा भागने की फिराक में था. ऑपरेटिव बैंक में हुए 4355 करोड़ रूपए के स्कैम मामले में इमिग्रेशन विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस बड़े स्कैम के मुख्य आरोपी बैंक के डायरेक्टर दलजीत सिंह बल को रक्सौल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी बैंक निदेशक देश छोड़कर भागने की फिराक में था, इसी दौरान रक्सौल बॉर्डर पर इमिग्रेशन विभाग की टीम ने उसे धर दबोचा
बताया जा रहा है कि 4355 करोड़ का यह घोटाला वर्ष 2019 में हुआ था.जिसकी जांच महाराष्ट्र ईओडब्ल्यू कर रही है. स्कैम का मुख्य आरोपी दलजीत सिंह बल लगातार जांच एजेंसी को चकमा देकर फरार चल रहा था. आरोपी दलजीत सिंह बल देश छोड़कर भागने की तैयारी में था. इसी दौरान इमिग्रेशन विभाग की टीम ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है.
कनाडा भागने की फिराक में था दलजीत सिंह
दलजीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद ईओडब्ल्यू की टीम पटना पहुंच चुकी है. पूछताछ में दलजीत ने बताया कि वह देश छोड़कर नेपाल के रास्ते कनाडा भगाने की कोशिश कर रहा था. वह महाराष्ट्र से रक्सौल बॉर्डर तक आसानी से पहुंच गया था. लेकिन नेपाल में इंटर करने से 200 मीटर पहले ही उसे इमिग्रेशन विभाग ने हिरासत में ले लिया. हलांकि अभी इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. कहा जा रहा है कि दलजीत सिंह को मुंबई ले जाने की तैयारी हो रही है.
2019 में हुआ था PMC बैंक में घोटाला
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक में 2019 में लोन की धोखाधड़ी और घोटाला का मामला सामने आया था. बैंक में घोटाला सामने आने के बाद RBI ने ऑपरेटिव बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था. साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक से पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी इस धोखाधड़ी और घोटाले में बैंक के कई सीनियर अधिकारी शामिल पाए गए थे. बैंक द्वारा रियल एस्टेट कंपनी एचडीआईएल को दिए गए लोन की RBI को सही जानकारी नहीं दी थी. इस लोन में भी हेराफेरी का आरोप है