पंजाब में मतदान से पहले कांग्रेस अपना सीएम चेहरा घोषित करेगी. पार्टी में नेताओं ने अपनी लामबंदी शुरू कर दी है. राहुल गांधी के 5 फरवरी को पंजाब के दौरा करने की उम्मीजद जताई जा रही है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के पंजाब दौरे के दौरान पार्टी छह फरवरी को राज्य के लिए अपना मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा कर सकती है.पार्टी सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. राहुल गांधी ने 27 जनवरी को पंजाब के अपने दौरे के दौरान घोषणा की थी कि कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे के साथ उतरेगी और इस पर फैसला पार्टी कार्यकर्ताओं से सलाह के बाद लिया जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है.सूत्रों ने बताया कि पार्टी अपने शक्ति ऐप के जरिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया ले रही है. पार्टी ने इस मुद्दे पर आम लोगों की राय भी मांगी है और यह प्रक्रिया पिछले दो दिनों में शुरू हो गई है. सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी छह फरवरी को पंजाब का दौरा कर सकते हैं और महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं.
चन्नी के CM बनाने की जताई जा रही उम्मीद
पिछले कई हफ्तों में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद को पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करने का दावा किया है. वहीं, कांग्रेस अपना वजन चन्नी के पीछे लगाती दिख रही है, जो अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और उन्हें दो विधानसभा सीटों चमकौर साहिब और भदौर से मैदान में उतारा गया है. एससी और एसटी कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक रहे हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और कुछ अन्य छोटे समूहों के उदय के बाद वे पार्टी से दूर हो गए. कांग्रेस अब पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की जगह चन्नी को चुनकर एससी वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, जिसमें पंजाब की लगभग एक तिहाई आबादी शामिल है.
पंजाब में एक सीट के फॉर्मूले का पालन
चमकौर साहिब से तीन बार विधायक रहे चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं. वह दो सीटों से मैदान में उतरने वाले एकमात्र पार्टी उम्मीदवार हैं. कांग्रेस ने पंजाब में अपने उम्मीदवारों को टिकट आवंटित करने में ‘एक परिवार, एक सीट’ के फॉर्मूले का पालन किया है. राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते जालंधर में एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि चन्नी और सिद्धू ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी सीएम के रूप में चुना जाएगा, दूसरा उसका समर्थन करेगा.गांधी ने यह बयान तब दिया जब सिद्धू ने रैली में पार्टी से चुनाव के लिए सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग की और कहा कि वह “शोपीस” नहीं बनना चाहते हैं. अमरिंदर सिंह को हटाने और चन्नी के पद पर पदोन्नत होने के बाद भी पार्टी में मतभेद जारी रहे.