बुधवार को मथुरा के कृष्णा नगर क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर विश्वकर्मा समाज को लेकर एक बैठक आहूत की गई थी. इसी दौरान दो गुटों में झड़प हो गई.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान होने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं. वहीं चुनाव को देखते हुए सभी प्रत्याशी मैदान में उतर गए हैं. अपनी-अपनी पार्टियों को जिताने के लिए प्रत्याशी दिन रात जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं और कई अहम बैठक कर रहे हैं. कहा जाता है कि जब चुनाव होता है तो माहौल भी गर्म होता है और गर्म माहौल के साथ-साथ अफरा तफरी भी होती है. ऐसा ही मामला श्री कृष्ण की नगरी मथुरा से सामने आया है. जहां 10 फरवरी को चुनाव होने वाला है. यहां बुधवार को समाजवादी पार्टी के ऑफिस में दो गुटों में बवाल मच गया और लाठी-डंडे तक निकल गए .पार्टी प्रत्याशियों द्वारा लगातार बैठक की जा रही हैं और लोगों को आमंत्रित कर उनको सरकार के मुद्दे बताए जा रहे हैं. वहीं बुधवार को मथुरा के कृष्णा नगर क्षेत्र के पुलिस चौकी के सामने एक स्थानीय होटल में समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर सपा द्वारा विश्वकर्मा समाज को लेकर एक बैठक आहूत की गई थी. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हुए थे. वहीं इस बैठक में सपा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता राम आश्रय भी मौजूद थे. तभी वहां उपस्थित समर्थकों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई.
एक गुट ने दूसरे गुट को बाहर तक खदेड़ा
देखते-देखते कहासुनी इतनी बढ़ गई कि दोनों गुट लाठी-डंडे लेकर आमने-सामने आ गए और एक गुट ने दूसरे गुट को बाहर तक खदेड़ा और अफरातफरी का माहौल बन गया. वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो के अनुसार व्यक्ति हाथ में लाठी लेकर भागता हुआ दिखाई दे रहा है और वहीं उपस्थित कुछ लोग अपनी जान बचाते हुए भागते दिखाई दे रहे हैं.
प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जहां एक तरफ आचार संहिता लगी हुई है और प्रत्याशियों द्वारा लगातार आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है, वहीं प्रशासन कार्रवाई करता दिखाई नहीं दे रहा है. पुलिस चौकी के सामने हुई इस घटनाक्रम से पुलिस अभी तक शांत है और इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है लेकिन जब इस बारे में समाजवादी पार्टी के नेताओं से पूछा गया तो उनका कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला.