कांग्रेस नामांकन वापसी के दिन पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण समेत पांच प्रमुख नेता पार्टी के उम्मीदवारों को मनाने में सफल रही है. वहीं नैनीताल की लालकुआं सीट पर संध्या दलाकोटी लालकुआं सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं.

उत्तराखंड चुनाव में टिकट वितरण के बाद असंतोष के बाद सियासी दलों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. खासतौर से बीजेपी और कांग्रेस की. क्योंकि दोनों ही दलों के करीब एक दर्जन से ज्यादा बागी मैदान में हैं. जिसके कारण दिग्गजों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. राज्य में बीजेपी विधानसभा की चार सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सात कार्यकर्ताओं को पाने में सफल रही है और अभी भी उसके 14 बागी मैदान में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ खड़े हैं. वहीं कांग्रेस में भी करीब 12 दर्जन बागी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. जिसके कारण नेताओं की मुश्किलें बढ़ी हैं. ये बागी नेता सत्ता की राह मुश्किल कर सकते हैं. क्योंकि राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है.
राज्य में बीजेपी और कांग्रेस ने बागियों को मनाने के लिए बड़े नेताओं को उतारा है. बीजेपी ने पूर्व सीएम और पार्टी के सांसदों को बागियों को मनाने में लगाया है और उस इसमें कामयाबी भी मिली है. पिछले तीन दिनों से बीजेपी विभिन्न सीटों पर बगावती तेवर अपनाने वाले कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश कर रही है और बागियों की नाराजगी को दूर करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट को कुमाऊं, पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को हरिद्वार, पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद तीरथ सिंह रावत को गढ़वाल क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वहीं पार्टी के राज्यसभा सदस्य और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी लगातार बागियों के संपर्क में है और उन्होंने रविवार को राज्य के कई बागियों से मुलाकात और बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश की थी.
इन सीटों पर बीजेपी के बागी दे रहे हैं चुनौती
जानकारी के मुताबिक फिलहाल बीजेपी में डोईवाला सीट से सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार और वीरेंद्र रावत, कालाढूंगी सीट पर पूर्व पदाधिकारी गजराज सिंह बिष्ट, घनसाली सीट से सोहनलाल खंडेलवाल, पिरान कलियर सीट से जय भगवान सैनी को मनाने में सफल रही है. वहीं पार्टी के विधायक राजकुमार ठुकराल (रुद्रपुर), पूर्व विधायक महावीर रंगड़ (धनौल्टी), टीकाराम मैखुरी (कर्णप्रयाग), धीरेंद्र चौहान (कोटद्वार), वीर सिंह पंवार (धर्मपुर), दिनेश रावत (देहरादून कैंट) मैदान में डटे हुए हैं. वहीं दर्शनलाल (घनसाली), जितेंद्र नेगी (डोईवाला), कमलेश भट्ट (चकराता), मनोज कोली (यमुनोत्री), अजय तिवारी (किचा), मनोज शाह (भीमताल), पवन चौहान (लालकुआ), टेकबल्लभ, नितिन शर्मा (रुड़की) पार्टी के अधिकृत के प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में ताल ठोक रहे हैं.
संध्या डालाकोटी ने लालकुआं सीट पर बढ़ाई हरीश रावत की मुश्किलें
फिलहाल कांग्रेस की बागियों को लेकर समस्या कम नहीं है. हालांकि कांग्रेस नामांकन वापसी के दिन पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण समेत पांच प्रमुख नेता पार्टी के उम्मीदवारों को मनाने में सफल रही है. वहीं नैनीताल की लालकुआं सीट पर संध्या दलाकोटी लालकुआं सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. जिसके कारण हरीश रावत परेशान है. क्योंकि हरीश रावत इस सीट पर 2017 का विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं. इसके साथ ही किच्छा सीट से कांग्रेस के हरीश पनेरू भी पीछे हट गए.