नोएडा में आईपीएस अफसर ने अपने घर में बने बेसमेंट में प्राइवेट लॉकर बना रखा है, जिसके बाद IT ने पूर्व आईपीएस के आवास पर छापेमारी शुरु की. वहीं, आयकर विभाग ने पूर्व आईपीएस अफसर राम नारायण सिंह के नोएडा और गाजियाबाद के 2 ठिकानों पर छापेमारी की.

दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-50 में रहने वाले एक पूर्व आईपीएस अफसर के घर पड़े आयकर विभाग की रेड में निजी बेनामी लॉकरों में से अब तक 3 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए हैं. सूत्रों के अनुसार नोएडा में पूर्व आईपीएस अफसर राम नारायण सिंह के घर पर इनकम टैक्स ने छापेमारी की गई है, हालांकि छापेमारी जारी हैं. फिलहाल, आयकर विभाग को बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई है. वहीं, नोएडा की IT इन्वेस्टिगेशन टीम छापेमारी कर रही है. हालांकि टीम को घर के बेसमेंट में बनाए गए इन प्राइवेट लॉकरों में से एक लॉकर में करीब 2 करोड़ रुपएऔर बाकी 2 लॉकरों में अलग-अलग 30 से 35 लाख रुपए आयकर विभाग की टीम ने बरामद किए गए हैं. वहीं, यह तीनों लॉकर सोमवार देर रात को तोड़े गए, दो और संदिग्ध लॉकर जल्द ही तोड़े जा सकते हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा के सेक्टर-50 में स्थित घर में पूर्व आईपीएस अफसर ने अपने घर में बने बेसमेंट में प्राइवेट लॉकर बना रखा है, जिसके बाद IT की टीम ने पूर्व आईपीएस के आवास पर छापेमारी शुरु की. हालांकि आयकर विभाग ने पूर्व आईपीएस अफसर राम नारायण सिंह के नोएडा और गाजियाबाद के दो ठिकानों पर भी छापेमारी की है. इस दौरान घर में आर.एन. सिंह का बेटा सुयश और उसका परिवार रहता है. वहीं, पूर्व आईपीएस अधिकारी और उनकी पत्नी मिर्जापुर में रहते हैं.
IT टीम को घर के अंदर काफी मात्रा में कैश रखे होने की मिली थी सूचना
बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने पूर्व आईपीएस अधिकारी के घर के अंदर काफी मात्रा में कैश रखे होने की सूचना के आधार पर शनिवार को छापेमारी की थी. इस दौरान जब आयकर की टीम जब घर के अंदर पहुंची तो बेसमेंट के अंदर लगभग 600 प्राइवेट लॉकर मिले. वहीं, यह लॉकर अन्य लोगों के बताए जा रहे हैं, जिन्हें किराए पर दिया जाता था. वहीं, आयकर विभाग की टीमों ने उन लोगों से संपर्क किया, लेकिन वे सामने आने में आनाकानी कर रहे हैं. इस दौरान आयकर विभाग की जांच अब बेनामी लॉकर की ओर बढ़ रही है. ऐसे में पकड़ी गई रकम सरकारी खाते में जमा होगी.
भारतीय रिजर्व बैंक को दरकिनार कर चला रहे खुद का बैंक
गौरतलब है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी की पत्नी के नाम पर निजी तौर पर प्राइवेट लॉकर किराए पर देने का काम किया जाता है. जानकारी के अनुसार यह उनका पुश्तैनी काम है. वहीं, इन्हीं में से किसी लॉकर में अघोषित 20 लाख की नकदी होने की जानकारी आयकर विभाग को मिली थी. इसके बाद टीम ने इनके लॉकर की जांच के लिए छापेमारी की. फिलहाल बताया जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी और उनका परिवार आयकर विभाग की जांच में सहयोग कर रहे हैं.