उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए आगरा के किरावली पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये सभी दल अवसरवादी हैं और इनका विकास अपने परिवार का ही विकास है. वहीं, उन्होंने कहा कि सपा की टोपी तो मुजफ्फरनगर के दंगों और रामभक्तों के खूने से रंगी है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है और इसके लिए सभी दल प्रचार में लगे हुए हैं. इस बीच यूपी के आगरा पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कोरोना की महामारी के दौरान ये सभी पार्टियां गायब थीं. मैं तो यही कहूंगा कि जो संकट के वक्त आपका साथी नहीं, वह अवसरवादी है. हमें अवसरवादियों को सबक सिखाना है. इसके साथ योगी ने कहा कि सपा की टोपी तो मुजफ्फरनगर के दंगों और रामभक्तों के खूने से रंगी है. वहीं, इनके लिए अपने परिवार का विकास प्राथमिकता रहती है.
इसके साथ सीएम योगी ने गोकुल सिंह जाट का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने उनके नाम पर एक चौक और एक सड़क का नाम रखा है. गोकुल जाट वो थे जिन्होंने औरंगजेब के छक्के छुड़ा दिए थे, लेकिन सपा, बसपा और कांग्रेस ने उन्हें सम्मान नहीं दिया. साथ ही योगी ने कहा कि सपा सरकार तो औरंगजेब का म्यूजियम भी बनाने जा रही थी, लेकिन हमने ऐसा होने नहीं दिया. आज आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज का म्यूजियम बन रहा है. साथ ही कहा कि पहले की सरकारों ने आगरा को हर चीज से वंचित रखा था, क्योंकि जो योजना आती थी तो अपने अपने परिवार के लिए लेकर चले जाते थे.
सपा और बसपा ने यूपी को किया बर्बाद
इसके साथ योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बसपा में आपराधिक छवि के प्रत्याशियों को टिकट देने की होड़ लगी है. जब-जब सपा और बसपा की सरकार बनी, इन्होंने यूपी को बर्बाद करने के षड्यंत्र रचे. इस बार सूबे में डबल इंजन की सरकार है जिसमें हर गरीब, किसान, नौजवान और महिलाओं को सम्मान मिल रहा है. यही नहीं, सपा ने तो वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग और विधवा पेंशन तक बंद कर दी थी, लेकिन हम सभी को 12000 रुपये सालाना दे रहे हैं. इसके अलावा बेटियों के जन्म से बेटी के स्नातक होने तक पढ़ाई फ्री में हो रही है. यही नहीं, इस दौरान बेटियों के खाते में 1500 हजार रुपये देने का काम भी किया जा रहा है.
नौकरी निकलने पर वसूली करते थे चाचा-भतीजा
योगी ने हा कि हमने पांच लाख युवाओं को नौकरी देने के साथ सवा करोड़ लोगों को रोजगार दिया है. पिछली सरकारों में नौकरी निकलती थी तब चाचा-भतीजा नौकरी के नाम पर वसूली के लिए निकलते थे. जमकर लूट-खसोट होती थी. यही नहीं, तबादलों के नाम पर पैसे वसूलते थे और माफियाओं को छूट मिलती थी. भाजपा की सरकार में दंगाईयों और माफियाओं के लिए कोई जगह नहीं हैं. सब जानते हैं कि गुंडई की तो चौराहे पर पोस्टर चस्पा हो जाएंगे.