बीजेपी का कहना है कि पार्टी ने मणिपुर में विकास की वैकल्पिक राजनीतिक धारा को आगे बढ़ाया है और आने वाले समय में भी वह सुशासन के आधार पर वोट के लिए लोगों के सामने जाने वाले हैं.

मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. इस दौरान दो मौजूदा विधायक के टिकट कटने के बाद उनकी नाराजगी साफ दिखाई दी है. इंफाल में बीजेपी कार्यालय की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पार्टी समर्थकों ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की है. कहा जा रहा है कि कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और विरोध स्वरूप पुतले फूंके हैं. मौजूदा मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हिंगांग से टिकट दिया गया है, जबकि सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री थांगोम बिस्वजीत सिंह थोंगजू से चुनाव लड़ेंगे.
बीजेपी ने 60 में से कम से कम 40 सीटों के साथ दो तिहाई बहुमत हासिल करने का लक्ष्य रखा है. मौजूदा समय में बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गंठबंधन विधानसभा में बहुमत में है. इसमें बीजेपी के 30 विधायक, एनपीपी के तीन विधायक, एनडीएफ के चार और तीन निर्दलीय शामिल हैं. एनडीए सरकार का नेतृत्व करते हुए बीरेन सिंह ने 15 मार्च 2017 को मणिपुर में सरकार बनाई थी.
बीजेपी का दावा, राज्य में पार्टी की दोबारा बनने जा रही सरकार
हालांकि, जून 2020 में बीरेन सिंह सरकार को एक बड़ा झटका लगा था, जब मंत्रियों सहित नौ विधायकों ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया. इसके बाद उनकी सरकार अल्पमत में आ गई थी. एक सप्ताह के भीतर केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद एनपीपी के चार विधायक एनडीए में वापस आ गए, जिससे सरकार का पतन टल गया.
बीजेपी का कहना है कि पार्टी ने मणिपुर में विकास की वैकल्पिक राजनीतिक धारा को आगे बढ़ाया है और आने वाले समय में भी वह सुशासन के आधार पर वोट के लिए लोगों के सामने जाने वाले हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में एन बीरेन सिंह ने एक सफल सरकार को चलाया है. बीजेपी ने विश्वास जताया है कि इस चुनाव में वह दो तिहाई बहुमत लेकर दोबारा से सरकार बनाएगी.
मणिपुर में दो चरणों में करवाए जाएंगे चुनाव
बीजेपी ने इस बार 4 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, 3 रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी, 3 महिलाओं और युवाओं को टिकट दिया है. मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान करवाया जाएगा. मतगणना 10 मार्च की जाएगी. चुनावों की घोषणा के साथ ही सभी पांच राज्यों में आदर्श चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई थी. मणिपुर के अलावा इस साल फरवरी और मार्च में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में भी विधानसभा चुनाव होने हैं.
चुनाव आयोग सभी पांच राज्यों की 690 विधानसभा सीटों पर मतदान करवाने जा रहा है, जिसमें 18.34 करोड़ से अधिक मतदाता भाग लेंगे. इन 18.34 करोड़ मतदाताओं में से 8.55 करोड़ मतदाता महिला हैं. चुनाव लिए निर्वाचन आयोग की ओर से 2,15,368 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. कुल 690 निर्वाचन क्षेत्रों में से 133 सीटें अनुसूचित जातियों और 23 अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं.