राजनीति के मैदान में कट्टर विरोधी माने जाने वाले गोसाईगंज विधानसभा के अभय सिंह और खब्बू तिवारी से विरोध जगजाहिर है. यही कारण है कि अयोध्या जनपद के अंतर्गत आने वाली गोसाईगंज विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक माना जाता है.

90 के दशक में छात्र राजनीति से सियासत में कदम रखने वाले गोसाईगंज विधानसभा के अंतर्गत आने वाले इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी का राजनीतिक इतिहास बेहद रोचक है. साकेत महाविद्यालय के छात्र संघ चुनाव 1994-95 में सक्रिय छात्र राजनीति में रहे इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी साकेत महाविद्यालय के महामंत्री भी चुने गए थे. महाविद्यालय की राजनीति से प्रदेश की राजनीति तक का सफर तय कर प्रदेश की सियासत में सक्रिय हुए इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी विधायक बनने की ललक ने तिवारी को कई पार्टियों के दफ्तर के चक्कर लगवाए. साल 2007 में समाजवादी पार्टी तो 2012 में हाथी पर सवारी करने के बाद भी इंद्र प्रताप तिवारी विधायक की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाए.
हालांकि इंद्र प्रताप तिवारी ने इस दौरान जिले और प्रदेश की सियासत मे अपना ठीहा जमा लिया था और उसका परिणाम यह था की वो इस दौरान वह दो बार जिला पंचायत सदस्य भी चुने गए थे. लेकिन तिवारी के जेहन में विधायक बनने का जो सुरूर था वो कायम रहा. खब्बू तिवारी का युवाओं और छात्र नेताओं के बीच अभी भी तगड़ी पैठ है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि छात्र संघ का चुनाव लड़ने वाले युवा वर्ग के नेता आज भी इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी का आशीर्वाद लिए बिना अपनी सफलता पर विश्वास नहीं जमा पाते. राजनीतिक पंडितों का यह भी कहना है कि युवा वर्ग का झुकाव आज भी महाबली तिवारी की ही तरफ है.
अभय सिंह से होगी सीधी टक्कर
राजनीति के मैदान में कट्टर विरोधी माने जाने वाले गोसाईगंज विधानसभा के अभय सिंह और खब्बू तिवारी से विरोध जगजाहिर है. यही कारण है कि अयोध्या जनपद के अंतर्गत आने वाली गोसाईगंज विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक माना जाता है. चिर प्रतिद्वंदी कहे जाने वाले खब्बू तिवारी और अभय सिंह के बीच इस बार मुकाबला और भी रोमांचक हो जाएगा, दोनों बाहुबली एक-एक बार विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं.
2017 में अपना दल की टिकट पर जीते चुनाव
2017 में BJP के घटक दल अपना दल के टिकट से इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया. चुनावी प्रचार के मंच पर तब अनुप्रिया पटेल ने बताया था कि इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी ने अभी तक शादी क्यों नहीं की है. उन्होंने कहा कि इनको विधायक बनाइए ताकि यह सेहरा बांध सके मोदी लहर में इंद्र प्रताप तिवारी ने गोसाईगंज विधानसभा से जीत हासिल की और अपने चिर परिचित प्रतिद्वंदी अभय सिंह को सियासी मात दी. जिसका परिणाम यह हुआ की खब्बू विधायक बने. प्रदेश की सियासत में कदम रखने के बाद खब्बू तिवारी ने गोंडा की रहने वाली आरती तिवारी से शादी की थी. लेकिन खब्बू तिवारी की सियासत को किसी की नजर लग गई और 5 साल के कार्यकाल के अंतिम वर्ष में ही कुछ ऐसा हुआ कि विधायकी भी छीन गई और जेल में सजा भी काट रहे हैं.
मुख्तार गैंग से संबंध का आरोप
हालांकि उनके करीबियों का कहना है खब्बू राजनीति का शिकार हुए हैं और वह राजनीति उनके चिर प्रतिद्वंदी अभय सिंह के द्वारा की गई है. अभय सिंह भी बेहद दबंग नेता कहे जाते हैं और मुख्तार गैंग से भी इनके ताल्लुक होने के भी कई आरोप इन पर लगे हैं. कृष्णानंद राय की हत्या के समय एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था जिसमें अभय सिंह और मुख्तार अंसारी के वार्तालाप सुने गए थे, जिनसे इनके मुख्तार के ताल्लुक होने के भी इन पर आरोप लगते हैं.
30 साल पुराने मामले में सजायाफ्ता हैं विधायक खब्बू तिवारी
जनपद की एक विशेष अदालत ने तिवारी को कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए फर्जी अंकपत्र का इस्तेमाल के मामले में दोषी पाया था, जिसको लेकर 5 साल की सजा मुकर्रर की गई है. हालांकि इस मामले में दो अन्य लोग भी शामिल थे. लेकिन खब्बू अभी भी जेल में सजा काट रहे हैं, 2 साल के ऊपर की सजा होने के कारण खब्बू तिवारी की विधान सभा की सदस्यता भी रद्द कर दी गई है. राजनीतिक रसूख को बचाने और सियासत की चाल को मात देने के लिए खब्बू तिवारी जेल से ही अपनी राजनीति के मोहरे को कदमताल दे रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जिसमें गोसाईगंज विधानसभा से खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया गया है.
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद आरती तिवारी अयोध्या हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन करने पहुंची. आरती तिवारी ने दो शब्द में ही अपनी राजनीतिक परिपक्वता को दर्शाया है. आरती तिवारी ने कहा है कि शीर्ष नेतृत्व में मुझ पर विश्वास करके मुझे उम्मीदवार बनाकर सभी विरोधियों को करारा जवाब दिया है और यही जवाब जनता भी विरोधियों को देगी, क्षेत्र में आरती तिवारी चुनावी कैंपेन कर रही हैं. प्रत्येक घर से वोट मांगते वक्त वह कह रही है कि आपका एक वोट मेरे सुहाग की रक्षा करेगा. यह भी कहा जा रहा है कि ब्राम्हण लावी खब्बू तिवारी की तरफ है अगर ऐसा सही हुआ तो आरती तिवारी को गोसाईगंज विधानसभा से जीत हासिल करने से कोई रोक नहीं पाएगा.