एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रिपब्लिक के साथ खास बातचीत में कहा कि उनका लक्ष्य बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने का है।

यूपी चुनाव का दंगल जारी है। सभी पार्टियां इसके लिए तैयारी में जुट गई है। इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी ‘भागीदारी परिवर्तन मोर्चा’ के तहत 403 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने रिपब्लिक से लखनऊ में कई मुद्दों पर खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने यूपी में बीजेपी को लेकर कहा कि उनका लक्ष्य बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने का है।
मुख्य विपक्ष के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा कि- “जब आप चुनाव लड़ते हैं तो आप विपक्ष को चुन नहीं सकते। जिस विधानसभा में हमारे उम्मीदवार होंगे उनसे मुकाबला होगा चाहे वह जिस भी पार्टी के हों। लक्ष्य इस वक्त यही है कि बीजेपी की दोबारा सरकार ना बने। हमारे प्रत्याशी कामयाब है और बीजेपी सत्ता में है। हमारी कोशिश है जनता दोबारा बीजेपी को यूपी में सत्ता ना दें और यहां फिर से योगी आदित्यनाथ की सरकार न बने।”
‘मैं देशभक्त हूं, राष्ट्रवादी नहीं’: असदुद्दीन ओवैसी
ओवैसी ने कहा, “मैं एक देशभक्त हूं। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा, वे (भाजपा नेता) हिंदू राष्ट्रवादी हैं।” एआईएमआईएम प्रमुख ने फिर एक देशभक्त और एक राष्ट्रवादी – एक हिंदू के बीच के अंतर पर विस्तार से बताया, और कहा, “एक देशभक्त वह है जो सरकार द्वारा उठाए गए किसी भी असंवैधानिक कदम के खिलाफ खड़े होने को तैयार है। ये अंधे हिंदू राष्ट्रवादी कुछ भी नहीं बोलते हैं, उन्होंने अपनी आंखें बंद कर ली हैं, उन्होंने सोचना बंद कर दिया है।”
अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने चीन का उदाहरण लिया और दावा किया कि शी जिनपिंग के नेतृत्व वाला देश देपसांग, हॉट स्प्रिंग क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है और भारत को नियमित गश्त से रोक रहा है। उन्होंने कहा, ‘वे इस बारे में बात क्यों नहीं करते? यहां तक कि प्रधानमंत्री भी इसके खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलते।
बता दें कि ओवैसी ने 22 जनवरी को बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ अपने गठबंधन की घोषणा की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, ओवैसी ने दावा किया कि उनका गठबंधन सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगा और अगर वे सत्ता में आते हैं, तो राज्य में दो मुख्यमंत्री और तीन उप मुख्यमंत्री होंगे।