सोनिया गांधी की अगुवाई में बैठक में कांग्रेस ने संसद के बजट सत्र में कोरोना प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों से जुड़े मुद्दे, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का फैसला किया है.

संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष केंद्र सरकार पर हमला करने की रणनीति पर जुट गया है. इसी सिलसिले में कांग्रेस ने आज शुक्रवार को कांग्रेस की संसदीय रणनीतिक समूह की अहम बैठक बुलाई थी. पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की अगुवाई में बैठक में कांग्रेस ने संसद के बजट सत्र में कोरोना प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों से जुड़े मुद्दे, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का फैसला किया है. समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा ने सूत्रों के हवाले से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में आज शुक्रवार को पार्टी के संसदीय रणनीति समूह की हुई वर्चुअल मीटिंग में यह निर्णय लिया गया. इस रणनीति समूह में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, के. सुरेश, जयराम रमेश, मणिकम टैगोर, मनीष तिवारी और रवनीत सिंह बिट्टू शामिल हैं.
समान विचारधारा वाले दलों के साथ समन्वय बनाएगी पार्टी
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने यह फैसला भी किया है कि आमजन से जुड़े मुद्दों पर समान विचारधारा वाले दलों के साथ समन्वय करते हुए सरकार को घेरा जाएगा.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, “कोविड महामारी से प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज की मांग को कांग्रेस इस सत्र में पुरजोर तरीके से उठाएगी. कांग्रेस लंबे समय से यह मांग कर रही है कि कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को चार लाख रुपये का मुआजवा दिया जाए. हम इसी मांग पर जोर देंगे.”
चीन मुद्दे पर राहुल गांधी लगातार केंद्र पर हमलावर रहे
उन्होंने कहा, “सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रमकता और उसके साथ चल रहे गतिरोध, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, एयर इंडिया तथा दूसरी सरकार कंपनियों के निजीकरण तथा किसानों से जुड़े मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा.” संसद के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ आरंभ होगा. एक फरवरी को आम बजट पेश होगा.
कांग्रेस की ओर से पार्टी पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार पर कोरोना और चीन मामले पर लगातार हमला करते रहे हैं. राहुल ने आज शुक्रवार को भी चीन मुद्दे पर कहा कि अरुणाचल प्रदेश के किशोर मिराम तारोन को चीन द्वारा वापस सौंपना राहत की बात है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि वह भूमि वापस कब मिलेगी जिस पर ‘चीन ने कब्जा किया है.’ उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मिराम तारोन चीन ने वापस लौटा दिया है ये जानकर तसल्ली हुई. भारत भूमि पर चीन ने कब्ज़ा किया है वो कब वापस मिलेगी, प्रधानमंत्री जी?’ कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कल को बताया था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अरुणाचल के लापता किशोर को भारतीय थल सेना को सौंप दिया है.