उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच गठबंधन नहीं हो सका है। भाजपा से बेरुखी के बाद जदयू ने 20 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। जदयू के सूची जारी करने पर भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी रिएक्शन दिया है।
जदयू के धोखे में रखने के आरोप पर कहा कि हर दल से हर प्रदेश में गठबंधन हो यह आवश्यक नहीं है। डॉ. जायसवाल ने कहा कि जरूरी नहीं है कि हर गठबंधन सभी राज्यों में लागू हो। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि बिहार में हम साथ हैं तो उत्तर प्रदेश या फिर दूसरे राज्यों में भी हमारा गठबंधन हो।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हर प्रदेश में पार्टी की अपनी ईकाई है। हर प्रदेश में स्वयं तय होता है कि किनके साथ गठबंधन करना है या नहीं करना है। उस प्रदेश की ईकाई और राष्ट्रीय नेतृत्व इस पर फैसला करती है। उन्होंने कहा कि हर दल से हर प्रदेश में गठबंधन हो, यह न पहले कभी हुआ है न भवष्यि में ऐसा होगा। जहां जैसी जरूरत है, उसी आधार पर प्रदेश नेतृत्व फैसला करता है।
वहीं, डॉ. जायसवाल ने स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले विधान परिषद चुनाव में राजग में सीटों के बंटवारे को लेकर छिड़ी खींचतान पर कहा कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव जल्दी ही पटना आएंगे। इसके बाद जदयू के वरष्ठि नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस पर अंतिम नर्णिय लेंगे। श्री यादव ही सीटों के बंटवारे की घोषणा करेंगे।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जदयू के 20 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी किए जाने की पुष्टि की है। दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है। इस चुनाव में जदयू चाह रही थी कि उसका भाजपा से गठबंधन हो जाए लेकिन भाजपा ने जदयू से इस संबंध को कोई बात नहीं की।
जदयू की सूची में रोहनिया से सुशील कश्यप, गोसाईगंज से मनोज वर्मा, मड़िहान से अरविंद पटेल, धोरवाल से अनीता कौल, बागरमऊ से राबिया बेगम और प्रतापपुर से नीरज सिंह पटेल उम्मीदवार बनाए गए हैं।
इसी तरह करछना से अजीत प्रताप सिंह, बलिया से रामेश चंद्र उपाध्याय, भिंगा से राजेश कुमार शुक्ला, राबर्ट्सगंज से अतुल प्रताप पटेल, सोहरतगढ़ से ओमप्रकाश गुप्ता, मड़ियाहू से सुशील कुमार पटेल, चुनार से संजय सिंह पटेल, महरौनी से कैलाश नारायण, भाटपार रानी से राम आश्रय राजभर, भोगनीपुर से सतीश सचान, रानीगंज से संजय राज पटेल, जगदीशपुर से दिनेश कुमार, विलासपुर से जगदीश शरण पटेल और कैंट से अशीष सक्सेना शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसाभा चुनाव को लेकर जदयू और भाजपा में काफी गहमागहमी देखी गयी थी। उत्तर प्रदेश में भजपा से बातचीत करने की जिम्मेदारी जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को दी गई थी। उत्तर प्रदेश में सीटों के तालमेल को लेकर भाजपा से बातचीत अंजाम तक नहीं पहुंचने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी नाराज दिखे।