बीजेपी ने एक दिन पहले गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी जिसमें लक्ष्मीकांत पारसेकर का नाम नहीं था.

गोवा विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक और झटका लगा है। प्रदेश के पूर्व सीएम लक्ष्मीकांत पारसेकर ने भारतीय जनता पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शुमार रहे लक्ष्मीकांत को पार्टी ने विधानसभा चुनावों के लिए टिकट नहीं दिया है। टिकट कटने से नाराज लक्ष्मीकांत पारसेकर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बता दें कि लक्ष्मीकांत गोवा के पूर्व सीएम होने के साथ-साथ बीजेपी के घोषणापत्र कमेटी के चेयरमैन भी हैं। पारसेकर से पहले पूर्व सीएम और दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे ने भी शुक्रवार को बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया था।
गोवा में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दो दिन के अंदर दो बड़े नेताओं के छोड़कर जाने से पार्टी को बड़ा नुकसान माना जा रहा है। बीजेपी ने दोनों नेताओं को उनकी परंपरागत सीट से टिकट नहीं दिया है। ऐसे में दोनों बेहद नाराज चल रहे हैं।
दरअसल गोवा में बीजेपी की स्थिति मजबूत बनाने में दिवंगत मनोहर पर्रिकर और लक्ष्मीकांत पारसेकर की मेहनत को काफी अहम माना जाता है। बावजूद इसके बीजेपी इन दोनों ही नेताओं के योगदान को नजरअंदाज कर रही है। जो पार्टी के ही कई नेताओं को समझ नहीं आ रहा है।
लक्ष्मीकांत पारसेकर अपनी परंपरागत सीट मंडरेम से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और दूसरे को दे दिया। इससे नाराज लक्ष्मीकांत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
कुछ ऐसा ही उत्पल पर्रिकर के साथ भी हुआ। उनके पिता की परंपरागत सीट पणजी से उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। ऐसे में उत्पल ने बीजेपी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।