सीनियर अधिकारी विक्रम देव दत्त को मंगलवार को एयर इंडिया का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्ट नियुक्त किया गया. रैंकिंग के हिसाब से देखें तो दत्त अब एयर इंडिया के प्रमुख होंगे और उनके हाथ में सभी काम की जिम्मेदारी होगी.

देश के वरिष्ठ अधिकारियों में शुमार और वरिष्ठ नौकरशाह विक्रम देव दत्त को एयर इंडिया लिमिटेड का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया गया है. मंगलवार को एयर इंडिया के सीनियर लेवल पर नौकरशाही फेरबदल में यह फैसला लिया गया. सरकारी निगरानी में इस फेरबदल के बाद विक्रम देव दत्त एयर इंडिया के सबसे प्रमुख अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. अभी हाल में एयर इंडिया का निजीकरण किया गया और उसे टाटा ग्रुप के हाथों में दे दिया गया.
विक्रम देव दत्त वरिष्ठ नौकरशाह हैं जिनकी गिनती देश के सीनियर अधिकारियों में होती है. उन्हें मंगलवार को एयर इंडिया का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्ट नियुक्त किया गया. रैंकिंग के हिसाब से देखें तो दत्त अब एयर इंडिया के प्रमुख होंगे और उनके हाथ में सभी काम की जिम्मेदारी होगी. उन्हें एडिशनल सेक्रेटरी की तनख्वाह पर नियुक्ति दी गई है. यह आदेश केंद्र सरकार की पर्सनल मिनिस्ट्री की ओर से जारी किया गया है.
नेशनल हाइवेज पर भी बड़ा फैसला
एक और बड़े सरकारी फैसले में चंचल कुमार को नेशनल हाइवेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया गया. चंचल कुमार 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. चंचल कुमार अभी कैडर प्रदेश बिहार में ही पदस्थापित हैं.
विक्रम देव दत्त एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और संघ शासित) कैडर के 1993 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं. कार्मिक मंत्रालय या पर्सनल मिनिस्ट्री की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दत्त को अतिरिक्त सचिव के स्तर और वेतन पर एयर इंडिया लि. का प्रमुख नियुक्त किया गया है.
कब पूरा होगा एयर इंडिया का अधिग्रहण
इससे पहले एक खबर आई कि एयरलाइन एयर इंडिया को टाटा समूह के हाथों सुपुर्द करने की प्रक्रिया पूरी होने में अभी एक महीने का समय लग सकता है. अब इस अधिग्रहण के जनवरी तक ही पूरा हो पाने की उम्मीद है. सरकार ने बीते अक्टूबर में टाटा संस की एक कंपनी की तरफ से लगाई गई बोली को स्वीकार कर एयर इंडिया के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी. एयर इंडिया के साथ उसकी सस्ती विमान सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस की भी शत-प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री की जाएगी. साथ ही उसकी ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी एआईएसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा समूह को दी जाएगी.
उस समय सरकार की तरफ से कहा गया था कि इस अधिग्रहण से जुड़ी औपचारिकताओं को दिसंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. नियमों के मुताबिक, सुपुर्दगी से संबंधित प्रक्रिया आठ सप्ताह में पूरी हो जानी चाहिए लेकिन दोनों पक्षों के राजी होने पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है. इस मामले में भी तारीख आगे बढ़ाने पर बात चल रही है. इस घटनाक्रम से परिचित एक अधिकारी ने ‘भाषा’ से कहा कि अभी तक कुछ रेगुलेटरी मंजूरियां नहीं मिली हैं लेकिन जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा. अधिकारी ने नाम सामने न आने की शर्त पर कहा, ‘यह प्रक्रिया जनवरी तक पूरी हो जाएगी.’ हालांकि, उन्होंने इसके लिए कोई तारीख नहीं बताई.