जिले के रामगढ़ पचवारा क्षेत्र में किसान की जमीन नीलामी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मैदान में आ गए हैं। वे बीती देर रात रामगढ़ पचवारा पहुंचे और पीड़ित किसान से पूरे मामले की जानकारी ली। यहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने सरकार व स्थानीय प्रशासन को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा किसान की यह जमीन हाईवे के नजदीक होने के कारण इस पर भूमाफिया की नजर है। करीब 2 करोड़ की जमीन को डीएलसी रेट से भी कम दर पर मात्र 46 लाख रुपए में नीलाम कर दी। कई अन्य किसानों को बैंकों द्वारा नीलामी के नोटिस भेजे जाने की जानकारी भी मिली है। ऐसा कतई नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने बैंक, प्रशासन व भूमाफियों के बीच मिलीभगत के आरोप लगाए।
बैंक ने कर्ज चुकाने का टाइम नहीं दिया
राकेश टिकैत ने कहा कि चुनाव के वक्त कांग्रेस ने किसानों का कर्जा माफ करने की बात कही थी। इसलिए यहां के किसानों ने बैंक से लिया केसीसी जमा नहीं कराया। बैंक द्वारा जमीन कुर्क करने के बाद किसानों ने केसीसी चुकाने के लिए दो महीने का टाइम मांगा था। बैंक द्वारा किसानों को टाइम नहीं दिया गया और गैर कानूनी तरीके से पूरी जमीन की नीलामी कर दी।
किसान को मजबूर किया गया
उन्होंने कहा किसान अपनी आधा बीघा जमीन बेचकर भी केसीसी चुका सकता है, लेकिन किसान को इतनी भी जमीन बेचने की परमिशन नहीं है। एक तरह किसान के हाथ बांधकर पूरी जमीन को नीलाम किया गया। यह पूरी तरीके से गैरकानूनी है, अब इसका पूर्ण रूप से विरोध करेंगे।