रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 70-80 प्रतिशत घटकर लगभग 5,000-8,000 रह जाएगी.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरे साल भी 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली परेड में कोई भी विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होंगे. इस बात की जानकारी केंद्र सरकार से जुड़े सूत्रों के हवाले से मिली है. सरकारी सूत्रों ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस पर मध्य एशियाई देशों से कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं होगा.सरकार ने पांच मध्य एशियाई देशों (कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान) के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा था लेकिन अब योजनाओं को रद्द कर दिया गया है.
पिछले कुछ हफ्तों में कोरोनवायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का तेजी से प्रसार और हाल ही में कजाकिस्तान में हिंसक विरोधी जिसके परिणामस्वरूप 220 से अधिक लोगों की मौत हुई. इस वजह से इस साल मध्य एशियाई नेताओं की भागीदारी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में रद्द कर दिया गया है.रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 70-80 प्रतिशत घटकर लगभग 5,000-8,000 रह जाएगी. पिछले साल की परेड में लगभग 25,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी.
पिछले साल इस देश के नेता को रद्द करनी पड़ी थी यात्रा
बता दें पिछले साल, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस पर आमंत्रित किया गया था, लेकिन ब्रिटेन में कोरोनावायरस के तेजी से फैलने के कारण परेड से कुछ वक्त पहले जॉनसन को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी. जिसके बाद पिछले साल भी भारत एक मुख्य अतिथि के बिना गणतंत्र दिवस समारोह के साथ आगे बढ़ा.
सफाई कर्मचारी ऑटो-रिक्शा चालक को भी आमंत्रण
वहीं राजनयिक ने कहा कि मध्य एशियाई राज्य और भारत अब राजनयिक संबंधों की 30 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए छह देशों के नेतृत्व के एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन करने पर जोर दे रहा है, हालांकि इसके लिए एक तारीख को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है. हालांकि इस साल गणतंत्र दिवस की आमंत्रितों की लिस्ट में निर्माण श्रमिक, सफाई कर्मचारी, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता और ऑटो-रिक्शा चालक शामिल हैं. इसका उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अवसर देना है.आमंत्रित लोगों को पूरी तरह से वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए.
पहली बार बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान 1000 ड्रोन
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि आईआईटी-दिल्ली के स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान 1000 ड्रोन प्रदर्शन करेंगे. चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद ड्रोन शो करने वाला चौथा देश होगा भारत.रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए चुनी गई 12 झांकियों की अंतिम सूची में तमिलनाडु की झांकी शामिल नहीं हो सकी.