रतलाम: मध्य प्रदेश में रतलाम के सुराणा गांव के हिंदू रहवासियों ने समुदाय विशेष के लोगों से परेशान होकर तीन दिन में परिवार सहित गांव खाली करने की चेतावनी दी है। मंगलवार को ग्रामीण अपनी समस्या लेकर एसपी गौरव तिवारी के पास पहुंचे लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद वे कलेक्टोरेट पहुंचे और एसडीएम अभिषेक गहलोत को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर दूसरी जगह बसने की लिए पट्टे की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 60 प्रतिशत मुस्लिम व 40 प्रतिशत हिंदू आबादी है जो कई पीढियों से भाईचारे से रह रहे हैं। लेकिन पिछले दो-तीन वर्षों से गांव के हालात बदल गए हैं। गांव में हिंदू युवाओं के साथ गाली-गलौज, मारपीट व धमकी जैसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं। उनकी शिकायत है कि पुलिस थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक में शिकायत की, लेकिन हमेशा हिंदू युवाओं पर ही झूठी एफआईआर दर्ज करा दी गई।
गांव के ओमप्रकाश जाट, दशरथ, सुरेश पांचाल, मुकेश जाट ने बताया कि गांव में हम लोग शांति सद्भाव से रहना चाहते हैं, लेकिन आए दिन हिंदू युवाओं से गाली गलौज व जान से मारने की धमकी व मारपीट की जाती है। पुलिस में शिकायत करते हैं तो उल्टे र्कारवाई कर दी जाती है। ग्रामीणों ने मंगलवार को रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना और बीजेपी जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा को सारी समस्या से अवगत कराया। इसके बाद ग्रामीण एसपी से मिलने गए तो उन्होंने बात नहीं सुनी। उल्टे उन्हीं पर र्कारवाई करने की चेतावनी दे दी।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव का एक तबका शांति स्थापित करना चाहता है, लेकिन प्रशासन उनकी बात नहीं सुन रहा। उन्हें रासुका, जिलाबदर, और मकान गिराने की धमकियां दी जा रही हैं। इस कारण वे भयभीत है और अपनी संपत्ति प्रशासन को सुपुर्द कर अन्य जगह पर स्थापित होना चाहते हैं।