संजय राउत ने कहा कि, ‘बीजेपी दलित प्रेम का सिर्फ ढोंग करती है. असल में दलित के घर जाकर खाना खाना बीजेपी का दिखावा है,नाटक है. ममता बनर्जी की वर्चुअल रैली से यूपी में माहौल बदलता है और अखिलेश को फायदा होता है तो अच्छी बात है. उन्हें यह जरूर करना चाहिए. अखिलेश को जिताकर बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना होगा, समय की मांग यही है.

आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां बढ़ गई हैं. गोवा चुनाव की बात करें तो यहां कल (19 जनवरी, बुधवार) बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने वाली है. आज (18 जनवरी, मंगलवार) संजय राउत ने बताया कि शिवसेना के उम्मीदवारों की लिस्ट भी कल ही जारी होगी. पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद संजय राउत ने कहा कि आज एनसीपी के महासचिव प्रफुल पटेल और मंत्री जितेंद्र आव्हाड गोवा जा रहे हैं. इसके बाद उनसे हमारी सीटों के तालमेल पर बात होगी. इसके बाद कल शिवसेना अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी. एनसीपी भी कल ही अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सकती है. इसके अलावा संजय राउत ने एक बेहद अहम बात यह कही कि गोवा चुनाव में किसी को बहुमत नहीं मिलने वाला है. आज फिर उन्होंने यूपी विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी पर कटाक्ष किया और ममता बनर्जी द्वारा यूपी चुनाव के लिए की जा रही वर्चुअल रैली को लेकर कहा कि इससे अखिलेश यादव को यकीनन फायदा होगा.
संजय राउत ने गोवा में किसी को बहुमत ना मिलने के आसार जताते हुए कहा, “गोवा की राजनीति विचित्र है. वहां अलग प्रकार की खिचड़ी पक रही है. वहां हर पार्टी चाहती है कि उसके 2-3 विधायक चुनकर आ जाएं . इससे जिसकी भी सरकार आएगी, डूब जाएगी. किसी को बहुमत नहीं मिलने वाला है. एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल आज गोवा जा रहे हैं. कल उनसे चर्चा कर हम अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेंगे.
संजय राउत को मलाल है, आप और टीएमसी भी गोवा के चुनावी रथ पर सवार है
संजय राउत के इस बयान से गोवा में कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिश असफल होने की निराशा साफ झलक रही है. साथ ही आप और टीएमसी द्वारा वहां चुनाव लड़ने की वजह से भी असंतोष और फ्रस्ट्रेशन दिखाई दे रहा है. संजय राउत ने रविवार को कहा था कि गोवा की 40 सीटों में से शिवसेना 10 से 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने आप और तृणमूल कांग्रेस के गोवा में चुनाव लड़ने को लेकर ताने कसते हुए कहा था कि ये लोग मन ही मन में वहां चुनाव जीत चुके हैं. बस इनका शपथ ग्रहण बाकी है.
इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि, ” संजय राउत को दूसरी पार्टियों के फैसलों पर बयानबाजियों से बचना चाहिए. उनकी इसी बयानबाजी का अंजाम यह हुआ कि उनकी सहयोगी पार्टी एनसीपी को अखिलेश यादव ने एक सीट देने का मन बनाया था. बाद में उन्होंने यह निर्णय वापस ले लिया. सपा द्वारा हुए एनसीपी के इस अपमान की वजह उनके चहेते संजय राउत ही हैं. वैसे भी राउत शिवसेना से ज्यादा शरद पवार के प्रवक्ता हैं. यह प्रवक्ता तो फायदे से ज्यादा नुकसान करवाता है.
बीजेपी अगर पर्रिकर को नहीं संभालेगी, तो शिवसेना उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी
संजय राउत ने कहा कि, ‘मनोहर पर्रिकर से पहले बीजेपी को जानता कौन था. उनके नाम से ही गोवा में बीजेपी को जाना जाता है. आज आप उनके बेटे से उनकी औकात पूछते हो? सीट देना नहीं देना अलग बात है. हालांकि उनको टिकट देना पड़ेगा. उत्पल पर्रिकर को ही टिकेट बीजेपी को देना चाहिए.अब जब हम यह बोल रहे है तो बीजेपी के स्वर बदले हुए हैं. उत्पल पर्रिकर का ट्वीट देखिए, मैंने पढ़ा है. जहां से मनोहर पर्रिकर खड़े होते थे उस गोवा की राजधानी पणजी में आप उत्पल को टिकट नहीं दे रहे हैं तो दे किसको रहे हैं? एक माफिया को, ड्रग्स पेडलर्स को? उत्पल अगर निर्दलीय खड़े हुए तो सभी पार्टियों को साथ देना चाहिए. शिवसेना तो समर्थन करेगी कई अन्य लोगों ने भी साथ देने की बात की है. मनोहर पर्रिकर को यही हमारी श्रद्धांजली होगी.’
‘संजय राउत हैं नाटक सम्राट, सुबह कुछ बोलते हैं, शाम को बदल जाती है बात’
संजय राउत के इस बयान पर बीजेपी के गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. गोवा की राजधानी पणजी में हमारे सहयोगी मराठी में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘ संजय राउत को नट सम्राट नाटक में मेन रोल देना चाहिए. ये वही संजय राउत हैं जो मनोहर पर्रिकर की बीमारी के वक्त बोल रहे थे कि गोवा की, वहां सरकार का शासन , मनोहर पर्रिकर की नाक में नली लगी हुई थी और ये उनके खिलाफ बयानबाजियां कर रहे थे. मनोहर पर्रिकर के लिए संजय राउत के मन में कितनी इज्जत है, यह सारा गोवा जानता है.’
यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी कर रही ढोंग की राजनीति
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर संजय राउत ने आज फिर बीजेपी की खिंचाई करते हुए कहा, ‘मैंने पहले भी कई बार कहा है ,सामना में भी लिखा है कि बीजेपी दलित प्रेम का सिर्फ ढोंग करती है. असल में दलित के घर जाकर खाना खाना बीजेपी का दिखावा है,नाटक है. इस घर पर जाकर खाना खाने में योगी आदित्यनाथ से लेकर रवि किशन तक जो ढोंग हुआ है वो आप सब जानते हैं.’ जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर वर्चुअल रैली कर रही है, इस पर क्या राय देंगे? तो उन्होंने कहा कि, ‘ममता बनर्जी की वर्चुअल रैली से यूपी में माहौल बदलता है और अखिलेश को फायदा होता है तो अच्छी बात है. उन्हें यह जरूर करना चाहिए. अखिलेश को जिताकर बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना होगा,समय की मांग यही है’