सकट चौथ का व्रत महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए रखती हैं. इस दिन भगवान गणेश को तिलकुट का प्रसाद चढ़ाया जाता है. यहां जानिए तिलकुट का प्रसाद बनाने का आसान तरीका.

सकट चौथ का व्रत आने वाला है. हर साल माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर ये व्रत रखा जाता है. इस बार सकट चौथ का ये व्रत 21 जनवरी को शुक्रवार के दिन रखा जाएगा. इस व्रत को महिलाएं अपनी संतान के स्वस्थ जीवन और दीर्घायु के लिए रखती हैं. इस दिन गणपति का पूजन किया जाता है और तिलकुट का प्रसाद बनाकर उन्हें अर्पित किया जाता है. इस कारण सकट चौथ को तिलकुट चौथ, तिलकुटा चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है. तिलकुट न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है. यहां जानिए तिलकुट बनाने का आसान तरीका .
तिलकुट रेसिपी
– तिलकुट बनाना बहुत आसान है. इसे थोड़ी सी सामग्री के साथ घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है. तिलकुट बनाने के लिए 250 ग्राम सफेद तिल, 250 ग्राम गुड़, 100 ग्राम मावे की जरूरत होगी. सबसे पहले सफेद तिल को आप एक कड़ाही में डालकर अच्छे से भून लें. भूनते समय आंच को धीमा रखें.
इसके बाद गैस बंद कर दें और तिल ठंडा होने दें. इस बीच मावे को कद्दूकस से घिस लें और गुड़ को भी तोड़कर बारीक कर लें. जब तिल ठंडा हो जाए तो इसे मिक्सी में डालकर दरदरा पीसें. ध्यान रखें कि इसे बारीक नहीं करना है, मोटा दरदरा रखना है.
– इसके बाद कड़ाही को गर्म करके इसमें मावा डालकर हल्का सा भून लें. जब मावा भुन जाए तब इसमें तिल डालें और इसे मावे के साथ अच्छी तरह से मिक्स करें. जब दोनों चीजें अच्छी तरह से मिक्स हो जाएं, तब आखिर में इसमें गुड़ डालें. तीनों चीजों को अच्छे से मिक्स करें और एक बर्तन में निकाल लें. तैयार है आपका तिलकुट. भगवान को इसका भोग लगाएं और सबको प्रसाद के तौर पर खिलाएं.
सुझाव
आप चाहें तो इसमें गुड़ की जगह पर बूरा भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके अलावा मावा को स्किप करके केवल तिल और बूरा या तिल और गुड़ का तिलकुट बना सकती हैं. तिल और गुड़ से तैयार तिलकुट सेहत के लिहाज से काफी लाभकारी होता है. तासीर में गर्म होने की वजह से ये सर्दी के दिनों में शरीर में गर्माहट लाने का काम करता है.