आतंकी असलम फारूकी ने जुलाई 2019 में IS-K प्रमुख के रूप में अबू उमर खोरासानी के रूप में जाने जाने वाले समूह के पूर्व चीफ की जगह ली थी.

इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान का पूर्व चीफ असलम फारूकी को अफगानिस्तान में ढेर कर दिया गया है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि फारूकी को युद्धग्रस्त मुल्क के उत्तर में ढेर किया गया. मार्च 2020 में काबुल में स्थित गुरुद्वारा पर हुए हमले में फारूकी का हाथ था. इस हमले में 27 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. फारूकी की मौत की रिपोर्ट की पुष्टि स्थानीय लोगों और IS-K आतंकी के करीबी रिश्तेदारों ने उसके पैतृक क्षेत्र ओरकजई में की. ये इलाका अफगानिस्तान के साथ सीमा पर अस्थिर पाकिस्तानी कबायली जिलों में से एक है.
बताया गया है कि उत्तर अफगानिस्तान में हुई गोलीबारी में इस्लामिक स्टेट का आतंकी मारा गया. आतंकी के शव को मंगलवार को उसके घर ले जाया जाएगा. आतंकी फारूकी ने जुलाई 2019 में IS-K प्रमुख के रूप में अबू उमर खोरासानी के रूप में जाने जाने वाले समूह के पूर्व चीफ की जगह ली थी. इस दौरान इस्लामिक स्टेट को अफगानिस्तान में कड़ी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ा था. अमेरिका और तत्कालीन अफगान सरकार और पूर्वी अफगानिस्तान नांगरहार प्रांत में तालिबान द्वारा इस्लामिक स्टेट के खिलाफ मोर्चा खोला गया था.
तालिबान के कब्जे के बाद जेल से रिहा हुआ
अप्रैल 2020 में आतंकी को काबुल में गुरुद्वारे पर आतंकी हमले के सिलसिले में कंधार से पूर्व अमेरिकी समर्थित अफगान सरकार की एक जासूसी एजेंसी, राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) द्वारा गिरफ्तार किया गया था. इस हमले में 26 अफगान सिख और एक भारतीय नागरिक की मौत हुई थी. वहीं, तालिबान के कब्जे के बाद फारूकी को बाकी के आतंकियों की तरह जेल से रिहा कर दिया गया. असलम फारूकी के मारे जाने की खबर भी सामने आई थी. कुछ सूत्रों ने सुझाव दिया कि वह संगठित अपहरणकर्ताओं और आपराधिक माफिया से संबंधित अफगान सरकार की सुरक्षा एजेंसी द्वारा जांच के दौरान मारा गया था.
एक हफ्ते पहले मारा गया तालिबान पाकिस्तान कमांडर
कहा गया कि जांच के दौरान फारूकी और अधिकारियों की झड़प हुई और इस दौरान वह अपने सहयोगियों के साथ मारा गया. हालांकि, ऐसी भी रिपोर्ट्स सामने आईं कि IS के भीतर अंदरूनी संघर्ष के दौरान फारूकी मारा गया था. फारूकी की मौत ऐसे समय पर हुई है, जब एक हफ्ते पहले नंगरहार प्रांत में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ऑपरेशन कमांडर और प्रवक्ता खालिद बाल्ती उर्फ मोहम्मद खुरासानी को ढेर किया गया. बाल्ती पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखता था.