पिछले सप्ताह योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा देने वाले भाजपा के तीसरे मंत्री दारा सिंह चौहान रविवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। अपना दल विधायक डॉ. आर.के. वर्मा भी रविवार को पार्टी में शामिल हुए। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद दोनों नेताओं और उनके समर्थकों ने भाजपा छोड़ दी थी।
इस अवसर पर बोलते हुए, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नेताओं से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि भाजपा उम्मीदवारों की उनके निर्वाचन क्षेत्रों में जमानत जब्त हो जाए।
उन्होंने कहा, “भाजपा नकारात्मक राजनीति कर रही है, नफरत को बढ़ावा दे रही है और विभाजन पैदा कर रही है। हम विकास की राजनीति को आगे बढ़ाएंगे।” अखिलेश ने प्रकाशित होने वाले ‘फर्जी सर्वेक्षणों’ की भी आलोचना की और कहा कि जो दिखाया जा रहा है उससे जमीनी हकीकत बहुत अलग है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी तो वह बिना देर किए जाति जनगणना का आदेश देंगे।
वहीं पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के बीजेपी ज्वाइन करने पर अखिलेश यादव ने कहा, बताइए कैसे-कैसे लोग वर्दी में छुपे बैठे थे। इन लोगों ने लगातार अन्याय किया। इन्हें अब सरकार से इनाम मिल रहा है। ये जहां भी चुनाव लड़ेंगे, वहां से इनकी जमानत ज़ब्त होगी।
उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग से शिकायत करूंगा कि जो अधिकारी पांच साल सरकार के साथ काम कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जाए। क्योंकि ये लोग बीजेपी के काम कर रहे हैं। अगर चुनाव आयोग ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करेगा तो हम नहीं मानेंगे कि चुनाव आयोग निष्पक्ष है। हम पहले चार अधिकारियों की लिस्ट चुनाव आयोग को दे चुके हैं।