टोक्यो ओलिंपिक्स में लवलीना बोरगोहेन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके बाद से ही वह अपने राज्य असम में काफी लोकप्रिय है

टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन अब पुलिस की खाकी वर्दी में नजर आएंगी. लवलीना को उनके असम की राज्य पुलिस में प्रशिक्षु उपाधीक्षक के रूप में शामिल किया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में लवलीना भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का हिस्सा होंगी. लवलीना इस मौके पर काफी भावुक दिखाई दी और उन्होंने इस सम्मान के लिए पुलिस विभाग का शुक्रिया अदा किया.
मुख्यमंत्री सरमा ने इस खास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल टोक्यो ओलिंपिक में बॉक्सिंग में लवलीना का ब्रॉन्ज मेडल जीतना राज्य के खेल इतिहास में अब तक के सबसे गरिमामयी क्षणों में से एक था. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी की मौजूदा आयु के मद्देनजर, वह एक दिन असम पुलिस सेवा (एपीएस) में किसी शीर्ष पद पर और बाद में आईपीएस कैडर में पहुंच सकती हैं. सरमा के अनुसार, ‘हम सबसे प्रतिभाशाली एपीएस अधिकारियों को आईपीएस कैडर दिये जाने की सिफारिश करते हैं. वह स्वत: ही इसके लिए अर्हता प्राप्त कर लेंगी, जिसके लिए उन्हें इस दरम्यान अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करनी होगी.’
लवीलना को ट्रेनिंग के लिए भी राशि देगी असम पुलिस
उन्होंने कहा कि लवलीना को मासिक वेतन के अलावा अपने प्रशिक्षण खर्च के लिए एक लाख रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त राशि दी जाएगी. सरमा ने कहा कि यदि लवलीना को पंजाब के पटियाला में प्रशिक्षण प्राप्त करते रहने में कठिनाई हुई तो राज्य सरकार उनके लिए किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच को गुवाहाटी बुलाने पर विचार कर सकती है.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ‘हम जल्द ही गुवाहाटी में एक सड़क का नाम लवलीना के नाम पर रखेंगे.’ राज्य की नयी नीति के तहत पिछले साल से अन्य खिलाड़ियों को भी असम पुलिस में शामिल किये जाने का जिक्र करते हुए सरमा ने कहा कि खेलों को अब पाठ्यक्रम की सहायक गतिविधि की तरह नहीं देखा जाना चाहिए.
भावुक हो गईं लवलीना
इस मौके पर लवलीना ने भावुक होते हुए अपने संक्षिप्त भाषण में कहा, ‘यह मेरे लिए यादगार दिन है, क्योंकि मैं असम पुलिस में शामिल हो रही हूं. मैं बॉक्सिंग रिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करुंगी, वहीं अपने राज्य एवं उसकी जनता को और अधिक सम्मान दिलाऊंगी.’ लवलीना ने ओलिंपिक में पदक जीतने वाली असम की पहली खिलाड़ी बनने का इतिहास पिछले साल रच दिया था.