बुजुर्ग और कोमोरबिडिटी वाले लोगों को संक्रमण हो रहा है. इन मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. अगर आने वाले दिनों में देश में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट बढ़ता है या आर वैल्यू में इजाफा होता है तो कोमोरबिडिटी वालों को भी संक्रमण होगा. ऐसे में हॉस्पिटलाइजेशन में इजाफा होने की आशंका भी रहेगी.

अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के दैनिक मामलों के साथ हॉस्पिटलाइजेशन में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. दूसरी तरफ देश में भी कोविड के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. हालांकि अधिकतर संक्रमितों में लक्षण हल्के हैं. लेकिन केंद्र सरकार लगातार राज्यों के बढ़ते संक्रमण के प्रति आगाह कर रही है. इसकी बड़ी वजह यह है कि देश की आबादी काफी अधिक है, लेकिन उसकी तुलना में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर कम है. ऐसे में अगर कोविड संक्रमण के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो क्या देश में भी हालात अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया जैसे हो सकते हैं?

ऑस्ट्रेलिया में सोमवार को कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 10 लाख का आंकड़ा पार कर गई है. अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की दर तेजी से बढ़ रही है.ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के मामले 13 लाख से अधिक हैं. अब तक कुल 2,387 मौतें दर्ज की गई हैं. अमेरिका में भी कोरोना के मरीजों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. सोमवार को देश में 11 लाख से ज्यादा मरीज मिले हैं. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटीके आंकड़ों के अनुसार, रविवार को अमेरिका में कोविड के मामले 6 करोड़ तक पहुंच गए हैं. देश में जनवरी 2020 के बाद से अब तक 8,37,594 मौतें भी हो चुकी हैं. वहीं अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या भी अब तक सबसे अधिक हो गई है. दोनों ही देशों में ओमिक्रॉन को संक्रमण के बढ़ने की बड़ी वजह माना जा रहा है.
देश में हॉस्पिटलाइजेशन बढ़ रहा है
दूसरी तरफ भारत में भी ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश में हॉस्पिटलाइजेशन भी बढ़ रहा है. दिल्ली की बात करें तो राजधानी में 1 जनवरी तक अस्पतालों में 247 मरीज भर्ती थे. इनकी संख्या अब 2209 हो गई है. गंभीर मामलों में भी इजाफा हो रहा है. 1 जनवरी तक 5 संक्रमित वेंटिलेटर पर थे. अब यह आंकड़ा 84 का हो गया है. हालांकि जिस हिसाब से दिल्ली में केस बढ़ रहे हैं. उसकी तुलना में हॉस्पिटलाइजेशन काफी कम है. 1 से 11 जनवरी के बीच आए नए मामलों से सिर्फ 2 फीसदी मरीजों को ही हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. इनमें भी बड़ी संख्या कोमोरबिड कंडीशन वाले मरीजों की है.
चेन्नई के अस्पतालों में आने वाले संक्रमितों की संख्या में 3 गुना इजाफा हुआ है. अब 14 फीसदी बेड भरे हुए हैं. वहीं एक महीने पहले 6 फीसदी ऑक्सीजन बेड भरे थे तो अब करीब 25 फीसदी ऑक्सीजन बेड पर मरीज भर्ती हैं. गुजरात के अहमदाबाद में भी पिछले 12 दिनों में अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में 10 गुना तेजी आई है. शहर में निजी अस्पतालों में 23 दिसंबर तक 7 कोरोना मरीज थे. अब यह संख्या 70 के करीब है. कोलकाता के पश्चिम बंगाल में अस्पतालों में 3.6 फीसदी बेड भरे हुए हैं. मुंबई में भी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. साथ ही आईसीयू में भी मरीज बढ़ रहे हैं.