भारत के तीसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक ने कहा कि ग्राहकों का बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन फिंगरप्रिंट या फेस आईडी के साथ किया जाएगा.

देश का तीसरा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक एक्सिस बैंक ने नेट बैंकिंग को सुरक्षित और तेज बनाने की दिशा में नया कदम उठाया है. एक्सिस बैंक के ग्राहकों का
बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन फिंगरप्रिंट या फेस आईडी ऑथेंटिकेशन के साथ किया जाएगा. नेट बैंकिंग पेमेंट के लिए यूजरनेम, पासवर्ड और ओटीपी की जरूरत नहीं होगी. बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन समाधान की पेशकश करने के लिए मिंकासुपे के साथ साझेदारी की है. इससे नेट बैंकिंग भुगतान पूरा करने का समय वर्तमान में 50-60 सेकंड से घटकर 2-3 सेकंड हो जाएगा. इससे लेनदेन की सफलता दर में भी काफी बढ़ोतरी होगी.

भारत के तीसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक ने कहा कि ग्राहकों का बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन फिंगरप्रिंट या फेस आईडी ऑथेंटिकेशन के साथ किया जाएगा. एक्सिस बैंक, मिंकासुपे के साथ इस साझेदारी के जरिए ग्राहकों को यूजरनेम, पासवर्ड और ओटीपी की जरूरत के बिना फिगरप्रिंट या फेस आईडी का उपयोग करके मर्चेंट ऐप में नेट बैंकिंग भुगतान करने में सक्षम करेगा.
साइबर फ्रॉड में आएगी कमी
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सिस बैंक और मिंकासुपे ने एक संयुक्त बयान में कहा कि यह सुरक्षा बढ़ाने और साइबर धोखाधड़ी को कम करने के साथ-साथ उपयोगकर्ता के अनुभव को बढ़ाने में मदद करेगा. मिंकासुपे का बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन एक 2-फैक्टर-ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन है. इससे स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक्स करने में आसानी होती है. बयान में कहा गया है कि 2FA को भारतीय रिजर्व बैंक ने अनिवार्य किया है. यह सभी डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करता है.
टू-फैक्टर-ऑथेंटिकेशन क्या है?
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, जिसे 2FA या टू-स्टेप वेरिफिकेशन भी कहा जाता है, यह आपकी सुरक्षा जांच से गुजरने के लिए कहकर आपकी पहचान की पुष्टि करने का एक तरीका है. यह किसी साइट या सिस्टम के लिए यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि वास्तव में आप लॉग इन कर रहे हैं और सोफिस्टिकेटेड रोबोट या हैकर नहीं है. अपना पासवर्ड दर्ज करने के बाद, आपको दूसरा टेस्ट पास करने के लिए कहा जाएगा, जो आपके द्वारा उपयोग की जा रही साइट के आधार पर अलग-अलग होगा.
सुरक्षित लेनदेन
पहले लेनदेन के लिए, ग्राहकों को अपने यूजरनेम और पासवर्ड का उपयोग करके अपने नेट बैंकिंग खाते में लॉग इन करना होगा. ऑन-बोर्ड होने के लिए हमेशा की तरह ओटीपी को वेरिफाई करना होगा. बाद के सभी लेन-देनों के लिए फिंगरप्रिंट या फेस आईडी का उपयोग भुगतान स्वीकृत करने के लिए किया जा सकता है.