यूपी विधानसभा चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका मिला है। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने सपा का दामन थाम लिया। मौर्य पर 4 महकमों की जिम्मेदारी थी। वो कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री थे। यह इस्तीफा उन्होंने मेल किया है और शाहजहांपुर विधायक रोशनलाल वर्मा इसकी हार्ड कॉपी लेकर राजभवन पहुंचे हैं। स्वामी ने भाजपा छोड़ कर सपा जॉइन कर ली है।
अपने पत्र में उन्होंने पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार, नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के प्रति सरकार के घोर उपेक्षात्मक रवैए को इस्तीफे की वजह बताया है। चर्चा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा मंत्री धर्म सिंह सैनी समेत 4 और MLA सपा जॉइन कर सकते हैं।
उधर, कानपुर के बिल्हौर विधानसभा के विधायक भगवती प्रसाद सागर भी स्वामी प्रसाद मौर्य के घर पहुंचे हैं। सूत्रों का कहना है कि BJP से इनका टिकट कटना तय माना जा रहा था। इसके अलावा पटियाली कासगंज के विधायक ममितेश शाक्य, औरैया विधूना से विधायक विनय शाक्य और बदायूं शेखूपुर से धर्मेंद्र शाक्य और विधायक नीरज मौर्य भी सपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि, विनय शाक्य के भाई देवेश शाक्य ने कहा कि अभी हम कहीं नहीं जा रहे हैं।
मौर्य ने लिखा, ”माननीय राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं.’

स्वामी प्रसाद मौर्य के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके साथ एक तस्वीर शेयर की और लिखा- ‘सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!’