दिसंबर महीने में नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के लिए ग्रॉस प्रीमियम इनकम में 7 फीसदी से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया. टोटल प्रीमियम इनकम 18953 करोड़ रुपए रही.

साधारण बीमा कंपनियों का सकल प्रत्यक्ष लिखित प्रीमियम दिसंबर, 2021 में 7.3 फीसदी बढ़कर 18,953.09 करोड़ रुपए हो गया. बीमा क्षेत्र के नियामक इरडा ने सोमवार को दिसंबर के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि एक साल पहले दिसंबर, 2020 में साधारण बीमा कंपनियों का सकल प्रीमियम 17,662.32 करोड़ रुपए रहा था.
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के मुताबिक, दिसंबर, 2021 में देश में सक्रिय 24 सामान्य बीमा कंपनियों का सकल प्रीमियम 16,109.62 करोड़ रुपए रहा जो एक साल पहले की समान अवधि के 15,463.51 करोड़ रुपए से 4.2 फीसदी अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक, पांच एकल स्वास्थ्य बीमा का दिसंबर, 2021 में सकल प्रीमियम 1,740.15 करोड़ रुपए रहा जो दिसंबर, 2020 के 1,325.03 करोड़ रुपए की तुलना में 31.3 फीसदी अधिक है.

अप्रैल-दिसंबर का कुल प्रीमियम 161081 करोड़ रुपए
दो विशेषीकृत सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों भारतीय कृषि बीमा कंपनी और ईसीजीसी लिमिटेड के सकल प्रीमियम में पिछले महीने 26.3 फीसदी का उछाल देखा गया. यह एक साल पहले के 873.78 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,103.33 करोड़ रुपए रहा. साधारण बीमा क्षेत्र की सभी 31 कंपनियों का सम्मिलित सकल प्रीमियम अप्रैल-दिसंबर, 2021 के दौरान 1,61,081.60 करोड़ रुपए रहा. यह एक साल पहले की समान अवधि के 1,44,879.54 करोड़ रुपए की तुलना में 11.18 फीसदी अधिक है.
टर्म लाइफ की बढ़ रही है डिमांड
डिजिटलीकरण के बावजूद बीमा पॉलिसी लेने वाले 80 फीसदी से अधिक ग्राहक अपने पॉलिसी दस्तावेजों की भौतिक प्रति रखना पसंद करते हैं. एक सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष निकाला गया है. बॉम्बे मास्टर प्रिंटर्स एसोसिएशन के एक सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘‘पिछले एक साल में सकल घरेलू उत्पाद में बीमा का योगदान तेजी से बढ़ा है, इसलिए खरीदारों को अपने निवेश के बारे में सुरक्षित महसूस कराना भी महत्वपूर्ण है.’ ज्यादातर कंपनियां अभी भी दावे का निपटान करते समय मूल कागजी दस्तावेज मांगती हैं. देश में ‘टर्म लाइफ’ बीमा क्षेत्र में ऑनलाइन बिक्री गति पकड़ रही है. लोग एजेंट और सलाहकारों के बजाए अब खुद से ‘टर्म लाइफ’ बीमा उत्पाद ‘ऑनलाइन’ खरीदने को तरजीह दे रहे हैं.
सभी इंश्योरेंस महंगे हो रहे हैं
बीमा कंपनियां प्रीमियम बढ़ाने की तैयारी में है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बढ़ोतरी 25 से 40 फीसदी के दायरे में होगी. साथ ही यह स्वास्थ्य और जीवन बीमा दोनों में लागू हो सकती है. दरअसल कोरोना संकट के दौरान जहां कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, उसी दौरान लोगों में इंश्योरेंस कराने को लेकर काफी जागरूकता भी आई. पॉलिसी बाजार की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना महामारी के बाद बीमा के बारे में जानकारी लेने वालों की संख्या में 7 गुना से ज्यादा इजाफा हुआ है. पहले केवल 10 फीसदी लोग ही इंश्योरेंस खरीदने के बारे में सोचते थे, लेकिन अब 71 फीसदी लोग बीमा खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं.