देश में 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन का काम तेजी से जारी है. अब तक 15 से 18 साल के एक तिहाई किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी इसी महीने तक किशोरों का वैक्सीनेशन पूरा होने की उम्मीद है.

बच्चों के लिए कोरोना टीकाकरण: कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के बीच पिछले हफ्ते से भारत में 15 से 18 साल के किशोरों के वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो गया. वैक्सीनेशन शुरू हो गया. वैक्सीनेशन शुरू हुए एक हफ्ते हो चुके हैं. अब तक 15 से 18 साल के एक तिहाई किशोरों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के के मुताबिक, देश में 15 से 18 साल के बीच के किशोरों की संख्या 7.40 करोड़ है.
कोविन पोर्टल के मुताबिक, देश में सोमवार सुबह तक 2.38 करोड़ या 32% से ज्यादा किशोरों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. यानी 15 से 18 साल के हर 10 में से 3 को को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्य सरकारों का अनुमान है कि इसी महीने सभी किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लगा दी ज जाएगी.
किशोरों के वैक्सीनेशन में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है. वहां अब तक 24 लाख से ज्यादा किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है.जहां 22 लाख से ज्यादा किशोरों को पहली डोज दी जा चुकी है. इसके बाद आंध्र प्रदेश (20.06 लाख), गुजरात (18.77 लाख) और राजस्थान (18.40 लाख) है