असल में कांग्रेस नेता इमरान मसूद की कई महीनों से एसपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन इमरान सही समय और भूमिका का इंतजार कर रहे थे.

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को पश्चिम उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगने जा रहा है. यूपी में पार्टी का मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें हैं और बताया जा रहा है कि इमरान मसूद ने कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया है. लिहाजा आज उन्होंने इसके लिए अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है. जिसमें वह कांग्रेस को छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने का फैसला करेंगे. विधानसभा चुनाव की घोषणा के बीच इमरान के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलों के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है.
असल में कांग्रेस नेता इमरान मसूद की कई महीनों से एसपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन इमरान सही समय और भूमिका का इंतजार कर रहे थे. चर्चा है कि पांच जनवरी को इमरान ने फिर राजधानी लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और इसके बाद उन्होंने एसपी में शामिल होने का फैसला किया है. मसूद राज्य में कांग्रेस का एसपी के साथ करार करने के पक्षधर थे. लेकिन दोनों ही दलों के बीच गठबंधन नहीं हो सका. वह कई बार एसपी के पक्ष में बयान भी दे चुके हैं.
आज समर्थकों की बुलाई बैठक
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने आज अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है और आज कांग्रेस को छोड़ने और एसपी में शामिल होने को लेकर वह फैसला करेंगे. वहीं जिले में कांग्रेस और एसपी में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. क्योंकि एसपी में मसूद के कई विरोधी हैं और मसूद के पार्टी में शामिल होने के बाद उनकी सियासत खतरे में पड़ जाएगी. मसूद का पश्चिम यूपी में खासा दखल है और उनका प्रभाव आसपास के जिलों में भी है.
प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं मसूद
असल में इमरान मसूद को प्रियंका गांधी वाड्रा का करीबी माना जाता है और लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट दिया था. मसूद के लिए कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं, खासकर प्रियंका गांधी ने भी प्रचार किया था. वहीं अगर मसूद पार्टी छोड़ते हैं तो व्यक्तिगत तौर पर ये प्रियंका के लिए भी झटका होगा.
वेस्ट यूपी का मलिक परिवार छोड़ चुका है कांग्रेस
वहीं प्रियंका गांधी के करीबी माने वाले और सलाहकार हरेन्द्र मलिक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने पिछले साल अक्टूबर में पार्टी से इस्तीफा देकर एसपी का दामन थाम लिया था. पश्चिमी यूपी में पिता-पुत्र की गिनती ताकतवर जाट नेताओं में होती है और प्रियंका गांधी ने पंकज मलिक को चुनाव स्ट्रैटजी और प्लानिंग कमेटी का सदस्य बनाया था.