उम्र बढ़ने के पहले लक्षण शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर दिखाई देने शुरू हो जाते हैं, जिसमें से आंखों के आस-पास की झुर्रियां जल्दी पकड़ में आ जाती हैं। यह झुर्रियां आपकी आंखों को बेहद थका हुआ दिखाती हैं। इन्हें देखकर आपकी वास्तविक उम्र और ज्यादा प्रतीत होने लगती है। उम्र बढ़ने की प्रकिया को रोकना मुश्किल है, मगर आंखों या पलकों के आस-पास पड़ी इन झुर्रियों की गति को धीमा जरूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इनके कारण और कम करने के कुछ सुझाव…
सनस्क्रीन का इस्तेमाल
सूरज की हानिकारक यूवी किरणें झुर्रियों और प्रीमैच्योर एजिंग के होने का प्रमुख कारण है। इसलिए इसे कम करने के लिए हमेशा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। आप आंखों के नीचे होने वाले रिंकल्स को कम करने के लिए फेस मास्क का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
डर्मा फिलर्स स्किन ट्रीटमेंट
डर्मा फिलर उपचार में त्वचा की परतों में एक प्रकार का जेल भरा जाता है। यह जेल असल में हायलोरुनिक एसिड के रूप में हमारे शरीर में पहले से मौजूद होता है। यह त्वचा में जाते ही त्वचा के टिश्यूज के बीच रम जाता है और त्वचा में कसाव लाता है।

आई क्रीम का इस्तेमाल
आंखों के नीचे और आस पास की स्किन और अन्य हिस्सों की स्किन की तुलना में ज्यादा पतली होती है। जिसके कारण यह आसानी से और जल्दी ड्राई हो जाती है। जिसके कारण फाइन लाइन्स और रिंकल्स होने लगते हैं। इसके लिए आप दिन में कम से कम दो बार आई क्रीम लगाएं। यह आंखों के नीचे के हिस्से को हाइड्रेट करती है और प्री मैच्योर एजिंग को रोकती है।
बोटॉक्स ट्रीटमेंट
बोटोक्स एक दवा है, जो स्किन को जवां बनाए रखने में मदद करती है। चेहरे के जिस हिस्से में झुर्रियां होती हैं उस हिस्से में बॉटुलिनम इंजेक्शन के डोज दिए जाते हैं जिससे चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलता है। मांसपेशियों के सिकुड़ने से झुर्रियां बढ़ती हैं। यह ट्रीटमेंट झुर्रियों को कम करता है।
विटामिन-सी सीरम का इस्तेमाल
आप आंखों के नीचे होने वाली झुर्रियों और स्माइल लाइन्स को कम करने के लिए विटामिन-सी सीरम का इस्तेमाल कर सकती हैं। विटामिन-सी एक एंटी ऑक्सीडेंट है जो स्किन में कोलेजन को बढ़ाता है। यह स्किन को हाइड्रेट करता है और स्किन इंफ्लेमेशन को कम करता है। साथ ही साथ यह स्किन रिंकल्स और फाइन लाइन्स को कम करता है।

अच्छी डाइट लें
आप आंखों के नीचे होने रिंकल्स को कम करने के लिए अच्छी डाईट लें। इस डाइट में विटामिन-के, विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-ई, विटामिन- बी 3 और विटामिन-बी 12 की भरपूर मात्रा हो। आप ऐसी डाइट लेने से परहेज़ करें जिसमें शुगर की ज्यादा मात्रा हो क्योंकि यह एंटी ऑक्सीडेंट्स की कम मात्रा होती है, यह एजिंग के प्रोसेस को बढ़ा सकता है जिसके कारण रिंकल्स होने के चांसेस ज्यादा होते हैं।
गलत आदतों में लाए बदलाव
इसके लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने होंगे, स्मोकिंग और अन्य तरह के हानिकारक क्रिया को तुरंत बंद कर दें। यह कोलेजन और इलास्टिन को तोड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन को स्किन तक पहुंचने से रोकता है जिसके कारण झुर्रियों की समस्या पैदा होती है। इन टिप्स को अपनाकर आप भी आंखों के नीचे और साइड में होने वाली झुर्रियों और स्माइल लाइन्स को कुछ हद कम कर सकती हैं। इनमें से कोई भी ट्रीटमेंट लेने से पहले एक बार एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर लें।
ये भी पढ़े: प्याज खाने के बाद मुंह से आती है दुर्गंध तो आजमाएं ये नुस्खा