ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच भी सरकार का कहना है कि वह अर्थव्यवस्था खोलने की योजना को आगे बढ़ाएगी.

ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य में संक्रमण के रिकॉर्ड मामले सामने आने और न्यू साउथ वेल्स में अस्पताल में भर्ती होने वालों की बढ़ती संख्या के बीच ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) ने सोमवार को कहा कि उनके देश की स्वास्थ्य व्यवस्था कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर को संभाल सकती है. सोमवार के आंकड़ों के जारी होने से पहले मॉरिसन ने टीवी साक्षात्कार में यह बात कही है. विक्टोरिया में 8,577 नए मामले सामने आए जो इस प्रदेश के लिए रिकॉर्ड है.
इससे पहले नए साल के पहले दिन कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा 7,442 नए मरीज मिले थे. ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में शनिवार के रिकॉर्ड 22,577 मामलों से, सोमवार को मामूली गिरावट देखने को मिली जब यहां संक्रमण के 20,794 मामले सामने आए. लेकिन एक दिन पहले अस्पतालों में भर्ती लोगों की संख्या 1,066 से बढ़कर 1,204 हो गई. गहन देखभाल इकाई में 95 लोग थे, जो एक दिन पहले के मुकाबले 12 ज्यादा है.
स्वास्थ्य प्रणाली पूरी तरह तैयार
सेवन नेटवर्क के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की स्वास्थ्य प्रणाली ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार के कारण मामलों की संख्या में वृद्धि से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. मॉरिसन ने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि बढ़ते मामलों की संख्या के साथ, हम देख रहे हैं कि इस बीमारी की गंभीरता डेल्टा वेरिएंट की तुलना में लगभग 75 प्रतिशत कम दिखाई दे रही है.’ उन्होंने कहा, ‘मामलों की बढ़ती संख्या ओमिक्रॉन अवधि का हिस्सा है, यह उस महामारी के नए चरण का हिस्सा है, जिसमें हम हैं.’
तत्परता से काम कर रही सरकार
मॉरिसन ने कहा, ‘इसका मतलब यह नहीं है कि यह अस्पताल की व्यवस्था पर दबाव नहीं डाल सकता. यह हो सकता है और इसलिए हम पूरी तत्परता और समन्वय के साथ काम कर रहे हैं, जिससे संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित हो.’ ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने अर्थव्यवस्था को दोबारा खोलने की भी बात कही है. सरकार का कहना है कि कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के हल्के प्रभाव का मतलब है कि देश अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की योजना को आगे बढ़ा सकता है. सरकार ने ये बात ऐसे वक्त पर कही है, जब रिकॉर्ड 37,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती लोगों की संख्या में भी वृद्धि हुई है.